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भारत को पहले से यह पता था कि कौन सा पिच सही है और कौन सा पिच नहीं फिर भी गुजरात में मार्केटिंग करने के लिए और क्रिकेट के पीछे 2024 की राजनीति करने के लिए क्रिकेट को बालि का बकरा चढ़ा देने यह उन्होंने सही नहीं किया। सबको पहले से पता था कि हाफ टाइम के बाद ना तो बॉल स्विंग करेगी और ना ही कोई फास्ट बॉलर कम कर पाएगा।उसके बाद भी सरकार ने जिस तरह से निर्णय लिया गुजरात में खेलवाने का ये क्या है आप हर संस्था को ध्वस्त करते जा रहे हैं चुनाव की जो प्रक्रिया है वो तो आपको समझ में आएगी ही।
सवाल उठता है कि सरकार अच्छा काम कर रही है जैसे 75% आरक्षण की बात हम कर रहे हैं तो 75% आरक्षण के बात को हम कम भुला पाये और बीजेपी वाले ज्यादा भुला लेता है उसका मार्केटिंग ज्यादा होता है जो लोग दो करोड़ लोगों को नौकरी देने की बात कही और 10 सालों में 10 लाख नौकरी भी नहीं दे पाए वही हम लोगों ने सवा लाख लोगों को नौकरी दिया है लगातार हम बिहार को विशेष पैकेज देने की मांग करते हैं।
ठीक उसी तरह कोशी सीमांचल को विशेष इकोनॉमिकल जॉन की आवश्यकता है क्योंकि यहाँ जो बाढ़ की स्थिति है जो हालत फर्रखा डैम का है वीरपुर स्थित कोशी बैरेज का है यहाँ हाई डैम की बात जो हो रही है ये कोई नया तो नहीं रहा है लेकिन कभी भी आप केंद्र सरकार का डबल इंजन होता है उसमें कभी भी न तो हाई डैम की बात होती है और न ही विशेष पैकेज की बात याद आती है। यदि बिहार की तरक्की की बात हो तो किसी भी कीमत पर विशेष पैकेज चाहिए ही चाहिए,हमको तो पहले बिहार में बंद पड़े फैक्ट्रियों को चालू कराना चाहिए।
इस इलाके के विकास के लिए व्यापक पैमाने पर काम करना होगा। हमलोग आने वाले 2 तारीख को सुपौल अररिया के लिए सुपौल स्थित गांधी मैदान में रैली कर रहे हैं। यदि बिहार को विशेष पैकेज चाहिए तो उसके लिए विशेष स्पेशल स्टेटस भी चाहिए। आगामी लोक सभा चुनाव लड़ने की तो निश्चित रूप से हम अपने पार्टी के दम पर ही लड़ेंगे, जिसको हमसे गठबंधन करना होगा करेगा। किस क्षेत्र से चुनाव लड़ने के सवाल का पूर्व सांसद ने गोल मटोल जवाब देते हुए कहा कि पूर्णिया, सहरसा, सुपौल या मधेपुरा मेरे लिए यह मेटर नहीं है लेकिन पूर्णिया को पप्पू यादव और इस इलाके को पप्पू यादव की आवश्यकता है।