Bihar: सहरसा जिले से एक खबर सामने आ रहा है, जंहा मंगलवार के अहले सुबह एक तेज रफ़्तार कार ने एक दंपती को कुचल दिया। जिस कारण दोनों की मौत हो गई। वही पति का शव कार में ही फंसा रह गया। जिसे 17 किलोमीटर तक कार घसीटता चला गया। वही 17 किलोमीटर के बाद चालक ने शव को कार के नीचे से निकाला व एक चादर में लपेटकर उसे कार के अंदर कर लिया। इसके बाद घटनास्थल से 40 किलोमीटर की दूरी पर उसने कोसी नदी के किनारे शव को फेंक दिया।
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हालांकि की कार की पहचान कर ली गई है। पुलिस उसके मालिक का पता लगाने में जुटी हुई है। वही इस घटना से आक्रोशित लोगों के द्वारा सड़क जाम कर प्रदर्शन भी किया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार हनुमान नगर चकला गांव में अपनी झोपड़ी के सामने सड़क से थोड़ी दूरी पर भरत राम व उनकी पत्नी श्यामा देवी बैठकर बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान एक तेज रफ्तार कार ने दोनों को कुचल दिया। इसके बाद कार बैजनाथपुर की ओर भाग निकली। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जब वे दौड़कर घटनास्थल पर पहुंचे तो वहां श्यामा देवी का शव पड़ा था। भरत राम का शव वहां से गायब था। यह देखकर मृतक के स्वजन बाइक से शव ढूंढने निकले। तीन किलोमीटर की दूरी पर भरत राम की लुंगी एवं शरीर का कुछ भाग सड़क पर गिरा हुआ मिला।
जिसके बाद घटना से आक्रोशित लोगों ने बैजनाथपुर-सोनवर्षा मुख्य मार्ग को जाम कर दिया। जिस कारण रोड करीब 5 घंटे तक जाम रहा और सड़क पर 15 किलोमीटर की दूरी तक गाड़ियों की लाइन लग गई। घटना की सूचना मिलने पर सौरबाजार थानाध्यक्ष अजय पासवान, सोनवर्षा थानाध्यक्ष अविनाश कुमार समेत अन्य पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। अधिकारियों ने आश्वासन देकर जाम हटाया। पुलिस ने रास्ते में पड़ने वाले एक ढाबे के सीसी कैमरे को चेक किया तो कार के बारे में जानकारी मिली। इसके बाद जलई थाना क्षेत्र के बलही गांव में कोसी नदी के किनारे से शव बरामद किया गया। सौरबाजार थानाध्यक्ष अजय पासवान ने बताया कि पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है। दंपती के दोनों बेटे दिल्ली-पंजाब में मजदूरी करते हैं।
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