Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

जानकारी के अनुसार औरंगाबाद के हमीद नगर निवासी नरेश चौधरी ने अपनी पुत्री रेणु कुमारी के अपहरण केस दर्ज कराया था जिसमें गांव के ही पांच लोगों को आरोपित किया गया था इसमें सत्यनारायण चौधरी, सनोज चौधरी, मनोज चौधरी के नाम शामिल हैं केस से नाम हटाने के लिए सनोज चौधरी से थाना अध्यक्ष आनंद कुमार गुप्ता ने 20 हजार घूस मांगे थे जिसकी सनोज ने शिकायत विजिलेंस से की थी।
विजिलेंस में थानेदार की शिकायत करने के बाद विजिलेंस ने शिकायतकर्ता सनोज चौधरी को एक वॉइस रिकॉर्डिंग मशीन उपलब्ध कराई थी और उनसे कहा था कि वह थानेदार के आमने-सामने बैठकर उनकी बात रिकॉर्ड करें सनोज ने ऐसा ही किया बुधवार को वे थानेदार के आवास पर पहुंचे और उनसे घूस की राशि कम करने की विनती की इस पर थानेदार भड़क गए और गाली गलौज करते हुए 20 हजार लेकर आने को कहा अन्यथा परिवार के सभी सदस्य को जेल भेजने की धमकी दी।
वहां से लौट कर सनोज ने थानेदार से बातचीत की रिकॉर्डिंग विजिलेंस टीम को सौंप दी जिसके बाद गुरुवार को टीम औरंगाबाद पहुंच कार्रवाई की, जिसमें टीम को सफलता मिली सनोज की मानें तो उनके परिवार को थानेदार ने अपहरण व दुष्कर्म के झूठे केस में जानबूझकर फंसाया है, इससे पहले भी उनके पिता सत्यनारायण चौधरी को 10 लीटर देसी शराब बरामदगी के झूठे केस में घसीटा गया था।