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बताया जा रहा है कि गुरुवार तड़के करीब तीन बजे सुनसान प्लेटफार्म पर अपहरणकर्ता को बच्चे के साथ देखकर रेलकर्मी को कुछ संदेह हुआ और अपनी जान की परवाह किए बिना वह उससे उलझ गए, हालांकि बदमाश ने बच्चे को छोड़ने को तैयार नहीं थे इसके लिए अपने नाखूनों से उनके चेहरे पर कई बार खरोंचा, मगर रेलकर्मी राजेंद्र ने हिम्मत नहीं हारी, जिसके बाद बदमाश बच्चे को छोड़ भागने को मजबूर हो गए।
पकड़े गए बदमाश की पहचान थानाक्षेत्र के अथरी गांव निवासी चंद्र भूषण सिंह के पुत्र सौरभ उर्फ कन्हाई के रूप में हुई, उसकी निशानदेही पर मुजफ्फरपुर पुलिस गरगट्ट गांव स्थित उसके घर पहुंची, हालांकि पुलिस के पहुंचने से पूर्व हीं अपहृत श्लोक को लेकर सौरभ का बड़ा भाई गौरव उर्फ मोहन रुन्नीसैदपुर रेलवे स्टेशन की ओर निकल चुका था, मुजफ्फरपुर पुलिस ने अपहर्ता के दूसरे साथी के मोबाइल फोन के सहारे उसे सीतामढ़ी रेलवे स्टेशनपर दबोच लिया, वह फोन के द्वारा फिरौती के रूप में 50 लाख रुपये की मांग कर रहा था, अलग-अलग नंबर व अलग-अलग लोकेशन से फोन कर रहा था।
बुधवार की रात वह 50 लाख रुपये के साथ सीतामढ़ी स्टेशन पर बुलाया था जहां मुजफ्फरपुर पुलिस द्वारा बिछाए गए जाल में फंस गया, बताया जा रहा है कि घर बनाने में काफी कर्ज हो गया था उसी कर्ज की अदायगी के लिए दोनों भाइयों ने इस तरह की आपराधिक योजना बनाई, सौरभ अहियापुरपुर में हीं एक कोचिंग में शिक्षक था जबकि बड़ा भाई गौरव आईटीबीपी में जवान है इलाहाबाद में उसकी पोस्टिंग थी, छुट्टी में घर आया था सौरभ ने पहले श्लोक के परिवार के संबंध में पूरी जानकारी ली तीन-चार दिन तक उस बच्चे की रेकी की, बच्चे से दोस्ती कर ली फिर बाइक पर बैठाकर सोमवार की शाम उसको अगवा कर भाग निकला।