Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत मसोई एवं रुपिन के बीच भारत माला परियोजना के तहत वाराणसी रांची कोलकाता एक्सप्रेस वे निर्माण के लिए बनाए जा रहे हैं कैंप के निर्माण स्थल पर सैकड़ो की संख्या में पदयात्रा करते हुए पहुंचे किसानों के द्वारा अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया गया है।
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किसान संघर्ष मोर्चा के महासचिव पशुपतिनाथ सिंह ने जानकारी देते हुए बताया भारत माला परियोजना के तहत वाराणसी रांची कोलकाता एक्सप्रेसवे का निर्माण होना है जिसके लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य प्रारंभ है जिसमें सरकार के द्वारा वर्ष 2013 के सर्किल रेट के आधार पर मुआवजा दिया जा रहा है जबकि यह वर्ष 2023 चल रहा है किसानों के द्वारा नए सर्किल रेट तय करते हुए मुआवजा देने की मांग रखी गई है मगर इस पर सरकार तैयार नहीं है।
पीएनसी प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा ग्राम मसोई के समीप कैंप का निर्माण किया जा रहा है, जिसके विरोध में कैमूर एवं उत्तर प्रदेश के किसानों के द्वारा किसान संघर्ष मोर्चा एवं भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले मंगलवार 2 जनवरी 2024 की तिथि को सुबह 11 बजे राजा बाजार धरौली से पदयात्रा शुरू की गई है जो पदयात्रा मसोई में चल रहे कैंप निर्माण स्थल पर पहुंचकर समाप्त हुई और अनिश्चितकालीन धरने के रूप में तब्दील हो गई है।
सरकार के द्वारा पदाधिकारी के माध्यम से किसानों पर लगातार दबाव बनाने का कार्य किया जा रहा है, दो दिन पूर्व भी पदाधिकारी के साथ बैठक हुई थी जिसमें पदाधिकारी द्वारा कहा गया था, आप लोग उचित प्लेटफार्म पर अपनी आवाज को उठाएं, उसपर किसानों के द्वारा कहा गया हमारा प्लेटफार्म हमारी जमीन है हम वहीं से आवाज उठाएंगे, उसी के तहत आज 2 जनवरी 2024 की तिथि से किसान अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे हैं कैंप निर्माण का कार्य अगर नहीं रोका गया तो किसानों के द्वारा बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
जब तक सरकार नया सर्किल रेट तय करते हुए मुआवजा का निर्धारण नहीं करेगी तब तक भारत माला परियोजना के तहत होने वाले एक्सप्रेस-वे का निर्माण नहीं होने दिया जाएगा, मौके पर भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष उत्तर प्रदेश चंदौली के सतीश चौहान सहित किसान संघर्ष मोर्चा के सचिव अनिल सिंह, सदस्य विक्की सिंह, अमित रंजन सिंह, संजय जायसवाल, दिनेश सिंह यादव, सीरी साह, दद्दन सिंह आदि मौजूद रहे।