Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत अमांव गांव में स्थित श्री दयाल नाथ स्वामी महादेव मंदिर में वर्षों से चली आ रही परंपरा का निर्वहन करते हुए भाद्रपद माह के प्रथम सोमवारी पर लगभग 20 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने यूपी के रामनगर से गंगाजल लाकर जलाभिषेक किया।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
जानकारी देते हुए बलदेव सिंह पटेल एवं दिवाकर साधु ने जानकारी देते हुए बताया, श्री दयाल नाथ स्वामी महादेव मंदिर में वर्षों से परंपरा चली आ रही है सावन माह के साथ-साथ भाद्रपद माह के प्रथम सोमवारी पर कांवरियों के द्वारा जलाभिषेक किया जाता है, मान्यता है कि भाद्रपद के प्रथम सोमवारी पर जलाभिषेक करने वाले श्रद्धालुओं की सभी मनोकामना पूर्ण होती है।
इस वर्ष भाद्रपद के प्रथम सोमवारी पर लगभग 20 हजार से अधिक श्रद्धालुओं द्वारा रामनगर से गंगाजल लाकर श्री दयाल नाथ स्वामी महादेव का जलाभिषेक किए है, जलाभिषेक करने वाले श्रद्धालुओं में उत्तर प्रदेश बिहार आदि के श्रद्धालुओं की संख्या सबसे अधिक रही, कई श्रद्धालु तो ऐसे हैं जो 14 14 वर्ष से लगातार गागर में जल भरकर श्री दयाल नाथ स्वामी महादेव का जलाभिषेक करते आ रहे हैं, रामनगर से अमांव तक के रास्ते में श्रद्धालुओं को कोई कष्ट ना हो उन्हें ठहरने की उचित व्यवस्था हो जिसके लिए गांव के कई समाज सेवी एवं श्रद्धालुओं के द्वारा एवं श्रद्धालुओं के द्वारा जगह-जगह टैंट आदि की व्यवस्था कांवरियों को ठहरने की व्यवस्था की जाती है, उनके भोजन की व्यवस्था की जाती है यह परंपरा लंबे समय से चला रहा है।
सोमवार के सुबह से जलाभिषेक का कार्य प्रारंभ हो गया जो दोपहर तक चलता रहा, विधि व्यवस्था में सहयोग के लिए मंदिर कमेटी के सदस्यों में प्रभात सिंह, गौतम सिंह, ज्योति सिंह, बम बम सिंह, अक्षय पटेल, सुनील सिंह सहित अन्य के द्वारा भीड़ को नियंत्रित करते हुए बारी-बारी से जलाभिषेक करवाया गया।
वहीं रात्रि के पहर वाराणसी से पहुंचे, ब्राह्मणों के द्वारा रुद्राभिषेक का कार्य संपन्न किया गया, जबकि हवन पूर्णाहुति के बाद श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया गया है, रात्रि पूजन में पूरे गांव समाज का सहयोग होता है और पूरे गांव समाज के लोग इस पूजा में सम्मिलित होते आए हैं, प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी शांति पूर्ण तरीके से पूजन संपन्न हुआ है।