Bihar: छपरा में लोकसभा चुनाव के दिन हुई हिंसा के बाद दो समुदाय के बीच गंभीर तनाव उत्पन्न करने एवं विधि व्यवस्था में गंभीर खतरा पैदा करने वाले दो लोगों को सारण पुलिस के अधीक्षक द्वारा गठित SIT टीम के द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार अभियुक्तों में पटना जिले के मसौढ़ी थाना क्षेत्र अंतर्गत बैरम चक गांव निवासी रामाशीष प्रसाद के पुत्र संतोष कुमार उर्फ़ संतोष रेनू यादव जबकि सारण जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत मेथवलिया गांव निवासी सावलिया राय का पुत्र चंदन कुमार शामिल है। मामले से सम्बंधित जानकारी देते हुए प्रेस कांफ्रेंस कर सारण के मुख्यालय पुलिस उपाधीक्षक डॉ राकेश कुमार ने बताया की 21 मई 2024 को शहर के भिखारी ठाकुर चौक पर हुए घटना के बाद कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा निरंतर जाति सूचक और समुदाय विशेष को लेकर आपत्ति जनक टिप्पणियां और हिंसा को बढ़ावा दिए जाने वाले पोस्ट को सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचारित किया जा रहा था।
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जिसमें सोशल मीडिया पेट्रोलिंग के माध्यम से निरंतर ऐसे असामाजिक तत्वों पर पैनी नजर रखी जा रही थी। इस मामले को लेकर 28 मई 2024 को सारण साईबर थाना कांड संख्या 161, 162 और 163/24 के अंतर्गत कार्यवाई करते हुए इन दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। इनके द्वारा सोशल मीडिया (फेसबुक और यूट्यूब) के माध्यम से लोगों को जाति समुदाय विशेष के विरुद्ध हिंसा, शत्रुता और दंगा भड़काने के लिए प्रेरित किया जा रहा था। सार्वजनिक रूप से शांति को भंग करने का प्रयास किया जा रहा था। जिस कारण दो जाति समुदायों के बीच गंभीर तनाव उत्पन्न हो गया है। जो विधि व्यवस्था के लिए गंभीर खतरा है। डॉ राकेश कुमार ने यह भी बताया कि गिरफ्तार संतोष रेनू यादव के विरुद्ध इसी तरह के दो मामले औरंगाबाद जिले में पहले से दर्ज है। जिसमें नगर थाना कांड संख्या- 88/2022 और 517/2022 इसके अलावा इनके विरुद कटिहार और कैमूर थाने में भी प्राथमिकी दर्ज होने की सूचना मिली है।
आपको बता दे की सारण संसदीय चुनाव के दिन नगर थाना क्षेत्र के भिखारी चौक स्थित मतदान केंद्र संख्या- 318 एवं 319 पर राजद प्रत्याशी रोहिणी यादव के आने के बाद हुए बवाल को लेकर चुनाव के दूसरे दिन दो पक्षों में गोलीबारी की घटना हुई थी। जिसमें तीन लोगों को गोली लगी थी। जिसमे एक की मौत घटना स्थल पर ही हो गई जबकि दो अन्य जख्मी की अभी भी पटना स्थित पीएमसीएच में इलाज जारी है। घटना के बाद से ही यह दोनों लोग सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय होकर जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए समाज में शांति भंग करने एवं विद्वेष फैलाना शुरू कर दिए थे, जिस कारण जिले में काफी तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई थी। जिस कारण 21 मई से लेकर 25 मई को देर शाम तक नेट बंद कर दिया गया था। इसी कड़ी में सारण साइबर थाना में दो लोगों के विरुद्ध प्राथमिक दर्ज की गई थी। जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस द्वारा दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है।