Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र में बीते 11 जनवरी को बरामद सर कटी लाश का सर चौथे दिन भी बरामद नहीं हो सका है, हालांकि चैनपुर विधानसभा के विधायक सह बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद जमा खान के समझाने बुझाने के बाद शव को दफना दिया गया, जिसमें मंत्री भी शरीक हुए।
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आपको बताते चलें कि 11 जनवरी को मदुरनी पहाड़ी के समीप एक युवती की सर कटी लाश स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस के द्वारा बरामद की गई थी, शरीर से सर गायब रहने के कारण शव की पहचान नहीं हो सकती थी, 12 जनवरी को मृतक युवती की पहचान चैनपुर थाना क्षेत्र के चैनपुर मिर्जा मोहल्ले के निवासी मीर शमीम अहमद की पुत्री गुलबसा परवीन के रूप में हुई, परिजनों के द्वारा पुलिस को बताया गया कि वह 10 जनवरी की सुबह से ही लापता थी, गुलबसा परवीन की हत्या किस कारण से हुई यह परिजनों को जानकारी नहीं है, ना ही पुलिस अभी तक कोई खुलासा कर सकी है।
वहीं जब पुलिस के द्वारा शव परिजनों को सौंपने की बात कही गई थी तो शव लेने से परिजनों ने इन्कार कर दिया था, परिजनों का कहना था कि आधा अधूरा शव है, अगर शव को दफना भी दिया जाता है तो जब सर बरामद होगा तो दोबारा फिर कैसे दफनाया जाएगा, हालांकि 12 जनवरी को दोपहर बाद कैमूर एसपी ललित मोहन शर्मा के द्वारा भी घटना स्थल पर पहुंचकर जांच पड़ताल की गई, जिसके बाद परिजनों से मिलकर आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की आश्वासन दी गई थी, जिसके बाद तमाम कोशिशों के बावजूद परिजनों के द्वारा शव को स्वीकार नहीं किया गया।
13 जनवरी शनिवार को चैनपुर विधानसभा के विधायक सह बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद जमा खान के द्वारा परिजनों से मिलकर जल्द कार्रवाई का भरोसा दिलाते हुए समझने बुझाने के बाद परिजन माने जिसके बाद शव को दफनाने की प्रक्रिया सम्पन्न हुई, जिसमें मंत्री जमा खान भी शरीक हुए, अब देखना यह है कि पुलिस के द्वारा इस विभत्स घटना का उद्भेदन कब किया जाता है, हालांकि पुलिस पूरे जोर-जोर से इस मामले के उद्भेदन में जुटी हुई है।