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सीएम नीतीश कुमार के शक्ति परीक्षण के दौरान राजद विधायक चेतन आनंद, नीलम देवी और प्रह्लाद यादव राजद को छोड़ सत्ता पक्ष के साथ चले गए थे और यह सिलसिला मंगलवार को भी जारी रहा। मंगलवार को बिहार विधानसभा में सदन की दूसरी पाली में विधायी गतिविधियां जारी थी, इसी बीच करीब 4:00 बजे कांग्रेस के विक्रम विधायक सिद्धार्थ सौरव, चेनारी विधायक मुरारी गौतम के साथ ही राजद की मोहनिया विधायक संगीता देवी सत्ता पक्ष में आकर बैठ गई। उनके इस निर्णय के बाद ट्रेजरी बेंच पर मौजूद विधानसभा के तमाम सदस्यों ने मेज थपथपा कर स्वागत किया।
आपको बता दे की महागठबंधन टूटने के बाद से बिहार के राजनीति में उथल-पुथल जारी है। कयास लग रहे थे कि लालू प्रसाद बड़ा खेल करेंगे और सत्ता के कुछ विधायकों को अपने पाले में मिलाकर सरकार बनाने में सफल होंगे। लेकिन हो गया इसका उलटा। पहले पार्टी के 3 विधायकों ने राजद का साथ छोड़ा। आज 1 और विधायक ने पार्टी छोड़ दी। वही कांग्रेस जो शुरू से दावा करती आ रही थी कि उसके सभी विधायक पूरी तरह एकजुट हैं, उसे भी बड़ा झटका लगा है। बिहार में उसके 2 विधायकों ने पार्टी का साथ छोड़ दिया है। सिद्धार्थ सौरव पिछले काफी दिनों से पार्टी से नाराज चल रहे थे उनकी नाराजगी प्रदेश अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह को लेकर रही है।