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NH-219 बाईपास एवं चौरीकरण में भूमि अधिग्रहण में कम मुआवजा देने के बिरोध में किसानों ने कैम्प का विरोध किया, भूमि अधिग्रहण में किसानों को मुआवजा देने के लिए भू अर्जन पदाधिकारी के द्वारा हर गांव में किसानों से दस्तावेज जमा कराने के लिए कैम्प का आयोजन किया जा रहा है किसान उचित मुआवजा नहीं मिलने पर नाराज़ बताए जा रहे हैं किसानों को मुआवजा के नाम पर केवल झुनझुना थमाया जा रहा है।
किसानों का आरोप है अधिकारी जानबूझकर तानाशाही रवैए को अपनाए हुए हैं, भूमि अधिग्रहण में किसानों के द्वारा प्रति एकड़ 1 करोड़ 28 लाख रुपए कृषि वाली भूमि की मांग की जा रही है, किसानों को 12 लाख 80 हजार रुपए प्रति एकड़ मुआवजा दिया जा रहा, जिसे लेकर किसानों के द्वारा आंदोलन किया जा रहा है किसानों ने NH-219 सड़क चौड़ीकरण में भूमि को आवासीय घोषित करने की लगातार मांग कर रहे हैं मांग नहीं पुरी होने पर किसानों ने मुआवजे नहीं लेने एवं सड़क निर्माण नहीं होने देने के लिए अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करने की तैयारी कर रहे हैं।
कैम्प में किसानों ने किसान एकता जिंदाबाद के नारे से कैम्प का विरोध एवं बहिष्कार किया किसानों को बिरोध को देखते हुए भू अर्जन पदाधिकारी अमीन अंचलाधिकारी एवं पुलिस वापस लौट गए, किसानों को विरोध को देखते हुए भू अर्जन पदाधिकारी अमीन अंचलाधिकारी एवं पुलिस वापस लौट गए।