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वही करीब 1 घंटे के कड़ी मशक्कत के बाद आक्रोशित परिजन शांत हुए। जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। मामले के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए मृतका के पति ने बताया कि उसकी पत्नी के गर्भाशय में इंफेक्शन था। चिकित्सकों ने गर्भाशय निकालने की सलाह दी थी। उसका इलाज योगापट्टी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा था। बीते 30 जून को परिजन महिला को लेकर योगापट्टी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचे थे। चिकित्सक ने दवा लिख दी थी, जहां इलाज के बाद अस्पताल में बैठे थे। तभी पिपरपाती गांव निवासी पिंटू कुमार पहुंचा। वह नारायण नर्सिंग होम का स्टाफ है। उसने कम खर्च में बेहतर इलाज का झांसा देकर फतेहपुर चौक पर नारायण नर्सिंग होम में लाया। जंहा डा0 डीपी सिंह नामक एक व्यक्ति ने सर्जरी की। सर्जरी के 35 हजार रुपये लिए गए। आपरेशन के बाद महिला को बेड दिया गया और आठ दिन बाद टांका कटने की बात बताई गई। इसी बिच बुधवार की सुबह में अचानक महिला की तबीयत बिगड़ने लगी।
जिसके बाद परिजन ने इसकी जानकारी चिकित्सक को दी। चिकित्सक और नर्सिंग होम के कर्मी यह आश्वासन देते रहे कि ठीक हो जाएगी। इसी बीच महिला की मौत हो गई। मृतका को दो बेटियां क्रमश: पांच और तीन वर्ष की हैं। मामले में थानाध्यक्ष सम्राट सिंह ने बताया कि घटना की सूचना पर पुलिस पहुंची और हंगामा शांत कराकर शव को पोस्टमार्टम के लिए बेतिया जीएमसीएच भेज दिया गया है। मृतका के परिजन अभी आवेदन नहीं दिए हैं, आवेदन मिलने पर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई होगी। उधर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा अब्दुल गनी ने बताया कि घटना की मौखिक जानकारी मिली है। अस्पताल की जांच के लिए टीम गठित की जा रही है । इसकी जांच के बाद अवैध रूप से संचालित नर्सिंग होम पर कार्रवाई की जाएगी।