Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
एसपी मनीष कुमार ने पत्रकारों को बताया कि तस्करों ने पूछताछ में सिपाहियों के साथ सांठगांठ होने की बात स्वीकार की है। वहां तैनात सिपाही रामाशंकर सिंह व शेषनाथ यादव का फोन चेक हुआ तो तस्करों से हुई उनकी बातचीत के प्रमाण मिले। एसडीपीओ बक्सर धीरज कुमार के नेतृत्व में एनएच 922 पर टीम के अन्य सदस्य औद्योगिक क्षेत्र थानाध्यक्ष अविनाश कुमार, डीआई यू प्रभारी यूसुफ दलसागर टोल प्लाजा के पास तैनात थे। सुबह होने से पहले एक स्कार्पियो वाहन आया। जब उसे रोका गया तो चालक भागने में सफल रहा। लेकिन, उसमें सवार दूसरा व्यक्ति दबोच लिया गया। इतने में टाटा की इंडिगो कार भी वहां पहुंची। जिसकी सूचना पूर्व से थी। उसमें भी तीन लोग गिरफ्तार हुए।
उत्पाद विभाग के कर्मियों के फोन जांच के दौरान तीसरे वाहन के नंबर का भी पता चला। उस वाहन को भी जब्त किया गया। जिसे पुलिस के भय के कारण चालक सड़क किनारे खड़ा कर भाग गया था।
गिरफ्तार तस्करों में भोला कुमार निवासी भूतनाथ नगर, थाना अगमकुआं पटना, हनि कुमार मोसीनपुर, थाना खुसरूपुर, पटना, श्रीकांत पासवान साकिन मेकरा, जिला पटना व श्रीकांत पासवान, निवासी दीदारगंज पटना शामिल हैं। एसपी ने कहा रात के वक्त यह तस्कर अक्सर शराब लेकर जाया करते थे। इसकी भनक लगते ही गुरुवार की रात ही जांच शुरू करा दी गई थी। शुक्रवार की सुबह होते-होते शराब बरामद हुई। इसमें दो वाहनों में कुल 949 लीटर शराब तथा तीसरे में तस्करों के लाइनर मौजूद थे। पूछताछ में पता चला है, अक्सर यह सभी यूपी से शराब लेकर पटना जाते थे। जिनकी मिलीभगत उत्पाद विभाग के सिपाहियों से थी। इस आरोप में होमगार्ड के सिपाही शेषनाथ यादव व रामाशंकर सिंह गिरफ्तार कर लिए गए हैं। एसपी ने कहा कि इस मामले में अभी और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। यह एक ऐसे रॉकेट का भंडाफोड़ है जिसमे खुद होमगार्ड्स के जवान शामिल थे।