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जो पाटलिपुत्र रेलवे स्टेशन से मोटरसाइकिल द्वारा अपने गंतव्य स्थान को जा रहे थे। इसी दौरान किसी वाहन द्वारा पाटलिपुत्र के निकट सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें पटना स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया जहां चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इधर शुक्रवार को मौत की खबर मिलते ही मृतक के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। घर में मातम का माहौल है।
बताया जाता है कि राधेश्याम यादव अपने चार भाइयों में शामिल रामायण यादव, रामाशीष यादव, रामनिवास यादव से उम्र बड़े थे। घर की सभी जिम्मेवारियों का बखूबी निर्वहन करते थे। इनकी दो पुत्री है जिनकी शादी हो चुकी है एवं एक पुत्र विनय बिहारी हैं ,जो पठन करते है ईनकी मृत्यु के बाद परिवार के भरण और पोषण की चिंता परिजनों को सताने लगी है। बताया जाता है कि सभी भाइयों का परिवार जॉइंट है सभी भाई इन्हें अपने आदर्श भाई के रूप में देखे थे। उनके कहे अनुसार अनुशासन का पालन करते थे। चारों भाइयों के आपसी प्रेम को देखकर गांव घर के लोग भी सराहना करते थे।