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तेजस्वी यादव के ‘जन विश्वास यात्रा’ को लेकर अब्दुल्ला नगर में सैकड़ों लोग उनका सुबह 11:00 बजे से ही इंतेजार कर रहे थे। ये लोग पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से मिलना चाहते थे। मगर काफी लेट हो जाने की वजह से वे बगैर मुलाकात के ही यात्रा के अगले पडाव के लिए निकलने लगे। इसी बात को लेकर उनसे मुलाकात के लिए सुबह से बैठे सैकड़ो लोगों का गुस्सा फुट पड़ा। जिसके बाद तेजस्वी यादव जिंदाबाद का नारा अचानक से मुर्दाबाद में बदल गया। जिसके बाद बवाल और हंगामा शुरू हो गया। वहां खड़े सैकड़ो लोगों का कहना था कि तेजस्वी से मिलकर वे अपनी बात रखना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने तेजस्वी को रोकना भी चाहा, मगर वे मुलाकात के बगैर अगले पडाव कटिहार के लिए बढ़ गए।
जिसके बाद लोग भड़क गए। पार्टी के झंडे और तख्तियों में लोगों ने आग लगा दी। गुस्साए लोगों ने अब्दुल्ला नगर मुख्य मार्ग पर आगजनी करते हुए सड़क को जाम कर दिया और तेजस्वी के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। नाराज लोगों ने तेजस्वी मुर्दाबाद के नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों के द्वारा बताया गया कि अब्दुल्ला नगर की 26 एकड़ जमीन पर वे लोग पिछले कई सालों से रह रहे हैं। लेकिन अब इसे किसी ने धोखे से अपने नाम कर लिया है। कोर्ट ने सभी घरों को तोड़ने के आदेश दे दिए हैं।
दो दफे पुलिस उनके आशियाने को उजाड़ने पहुंच चुकी है। वे आर्थिक रुप से गरीब होने की वजह से अपना पक्ष कोर्ट में नहीं रख पाए, जिस वजह से कोर्ट का ये फैसला आया। अब उनके सामने फुटपाथ पर रहने की नौबत आ गई है। इसी को लेकर वे तेजस्वी से मिलना चाहते थे। सुबह 11:00 बजे से लेकर रात 11:00 बजे तक उनका भूखे प्यासे इंतहार करते रहे। मगर जब मुलाकात कर बात रखने की बारी आई तो उन्होंने साफ इनकार कर दिया। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि जब वे जनता की बात ही नहीं सुन रहे। सिर्फ हाथ खड़े कर अपनी बात कहकर निकल जा रहे हैं, तो फिर ये कैसी ‘जन विश्वास यात्रा’। इसी के बाद उनका गुस्सा भड़का और फिर आगजनी और प्रदर्शन शुरू हो गया।