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वही फिक्स पैसा का समय पूरा होने के बाद सभी ग्रामीण पैसा निकालने के लिए गए तो पोस्टमास्टर द्वारा खाता में पैसा नहीं होने की बात कही गई जब डिटेल निकाला गया तो पता चला की पैसे की समय अवधि पूरा होने से पहले ही पैसा निकल चुका है, जबकि कई ग्रामीण ऐसे भी हैं जो महीना में पैसा देकर पोस्टमैन राजेन्द्र यादव के माध्यम से पैसा जमा करवाते थे लेकिन पैसा इनलाइन जमा नहीं किया जाता था और संतुष्टि के लिए डुप्लीकेट पासबुक देकर आफलाइन पासबुक पर पैसा चढ़ा दिया जाता था ,जबकि इसकी शिकायत पोस्टमास्टर राकेश कुमार महतो से की गई तो उन्होंने मामले से साफ इंकार कर दिया। पोस्टमैन राजेन्द्र यादव भी कुछ नहीं जानने का हवाला देने लगा। उंसके बाद पुलिस को इसकी सूचना दी गई फिर राजेन्द्र यादव को गिरफ्तार किया गया। ग्रामीणों ने बताया कि करीब दो करोड़ से अधिक रुपए की ठगी की गई है।
पीड़िता रुक्मणि देवी ने बताया कि उन्हें पांच पुत्री है। वे पुत्री की शादी के लिए पोस्टमैन राजेन्द्र यादव के माध्यम से एक लाख 57 हज़ार रुपया फिक्स जमा किए थे, लेकिन उन्हें डुप्लीकेट पासबुक दे दिया गया और सभी पैसे को गवन कर लिया गया। इसी प्रकार कुन्दनी देवी भी पुत्री की शादी के लिए 500 रुपया महीना 25 वर्षों से जमा कर रही थी लेकिन उनके भी खाता में शून्य रुपया दिखा रहा है, जबकि श्यामा कुमारी ने बताया कि उनके पति संजीव कुमार के नाम पर 7 लाख रुपया जमा किया गया था। एक उम्मीद थी कि एक बार पैसा निकालने के बाद पुत्री की शादी करेंगे, लेकिन उनका सपना टूट गया है।
ग्रामीणों ने बताया कि पोस्टमैन घरेलु सदस्य की तरह विश्वासी था। जिसपर सभी ग्रामीण भरोसा करते थे। उनकी बातों को मानते थे। लोग उनका आदर और सम्मान भी करते थे लेकिन शायद ग्रामीणों को यह पता नहीं था कि यही अस्तीन का सांप निकल जायेगा और सभी को डंस लेगा। अधिकांश लोग सुकन्या योजना के तहत भी पैसा जमा किए थे लेकिन सभी के उम्मीद पर पानी फिर गया। झाझा के डाक निरीक्षक अभिषेक कुमार ने बताया कि ग्रामीणों के खाता से पैसा गवन करने और खाता में पैसा जमा नहीं करने का मामला मेरे संज्ञान में आया है। पोस्टमास्टर राकेश कुमार महतो और गिरफ्तार पोस्टमैन राजेन्द्र यादव पर FIR की प्रक्रिया पुरी की जा रही है। ग्रामीणों का बैंक पासबुक कलेक्ट किया जाएगा और इसकी गहन जांच की जाएगी।
ठगी किए गए ग्रामीण:
1 संजीव कुमार- 7 लाख
2 प्रमिला देवी- 1, 50,000
3 गौतम सिंह- 1, 98000
4 रुक्मणि देवी- 1, 57000
5 संजू कुमारी- 94000
6 सुमित कुमार सिंह- 1,20000
7 सुभद्रा देवी- 1 लाख
8 रामजी रजक- 1,12000
9 कुन्दनी देवी- 1,02000
10 दीनबंधु सिंह, 2, 83168
11 अनिता देवी- 1,14102
12 मुकेश कुमारी सिंह- 65000
13 बालेश्वर मांझी- 65,000
14 बालेश्वर मांझी- 65381
15 अनिता अंशु- 30,000
16 जयमंती देवी- 18,000
इसके अलावा कई ग्रामीण हुए हैं ठगी का शिकार