Bihar: पटना जिले से एक खबर सामने आ रहा है, जंहा प्रदेश युवा कांग्रेस नेताओं के द्वारा मुजफ्फरपुर में बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म के खिलाफ हल्ला बोल मार्च निकाला गया। जिसका नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार, युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु ने किया। कांग्रेस नेता सीएम नीतीश कुमार को ज्ञापन देने निकले थे। वही सदाकत आश्रम से निकले कांग्रेस नेताओं को रोकने के लिए राजपुल पर प्रशासन की ओर से बेरिकेड्स लगाए गए थे ताकि नेता-कार्यकर्ता आगे न बढ़ सकें।
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साथ ही प्रदर्शनकारी नेताओं को रोकने के लिए रास्ते मे भारी पुलिस बल का प्रबंध किया गया था। राजपुल पर आगे बढ़ने से रोके जाने पर कांग्रेस नेताओं ने वही प्रदर्शन किया। नेताओं के द्वारा सरकार और पीएमसीएच प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा गया कि दुष्कर्म पीड़ित बच्ची को 31 मई की शाम काफी जद्दोजहद के बाद पीएमसीएच में भर्ती किया जा सका। इसके पहले तक बच्ची एंबुलेंस में ही जीवन और मौत के बीच झूलती रही। प्रदेश अध्यक्ष ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से इस्तीफा मांगा और कहा कि बच्ची की मौत के जिम्मेदार स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को कुर्सी पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।
वही इस प्रदर्शन के दौरान पार्टी के कई बड़े नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे। दूसरी ओर महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लाम्बा ने दिल्ली से ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि मुजफ्फरपुर में 9 बर्षीय बच्ची के साथ अन्याय हुआ है। उन्होंने राष्ट्रीय महिला आयोग और राज्य महिला आयोग को भी कटघरे में खड़ा किया और कहा कि घटना के लिए यह आयोग भी जिम्मेदार है। इन आयोग की भूमिका महज भाजपा की कठपुतली के अलावा और कुछ नहीं रह गई है।
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