Home दुर्गावती पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने गिनाई सरकार की नाकामियां

पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने गिनाई सरकार की नाकामियां

पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह

Bihar: कृषि मंत्री के पद से इस्तीफे के बाद पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने मंगलवार को कहा कि सत्ता में या विपक्ष में रहते हुए सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने का अधिकार संविधान ने हमें दिया है, दरअसल इस्तीफे के बाद पूर्व कृषि मंत्री लगातार सरकार की नाकामियां गिना रहे हैं उन्होंने यह भी कहा कि सीएम नीतीश कुमार के साथ कुर्सी से चिपकने वालों की चिंता उन्हें नहीं है।

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पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह

दरअसल पूर्व कृषि मंत्री दुर्गावती में अभिनंदन समारोह को संबोधित कर रहे थे इस दौरान उन्होंने कहा कि बिहार के किसान सरकार से रेवाड़ी के अपेक्षा नहीं करता लाभकारी मूल्य चाहता है इसलिए अगर कोई किसान अपनी खेती में 100 रूपए लगाता है तो सरकार भी महज 3 रूपए की मदद करती है, खेती किसानों के स्वाभिमान से जुड़ा हुआ होता है इसलिए वह खेती करते हैं।

बिहार में खाद्यान्न सुरक्षा एक बड़ा सवाल है 45 दिनों तक कृषि मंत्री रहा लेकिन उर्वरक का किल्लत नहीं होने दिया किसानों को प्रति बोरी 20 से 25 रूपए अतिरिक्त देना पड़ा वह भी केंद्र सरकार की नाकामी की वजह से नहीं तो पिछले साल रबी की फसल की बुवाई के वक्त घर की बहू बेटियां फर्टिलाइजर की दुकान पर खड़ी होती थी और शाम तक खाली हाथ वापस आती थी मैंने तो कृषि रोड मैप पर 3 लाख की जांच कराने की बात कही थी।

कृषि रोड मैप के जरिए तीन लाख खर्च कर दिए गए वह तीन लाख किसी व्यक्ति विशेष के नहीं थे इस प्रदेश की जनता के द्वारा दिया हुआ टैक्स था लेकिन तीन लाख खर्च होने के बाद भी किसानों की आमदनी दोगुनी नहीं हुई बल्कि और उत्पादन घट गया।

इस दौरान पूर्व कृषि मंत्री ने कहा कि खेती किसानी के सवाल पर जहां भी हो बहस कर ले मैं तैयार हूं मंत्री भले नहीं रहा लेकिन 2025 तक में राजद का विधायक हूं किसानों के सवालों को लेकर संघर्ष करता रहूंगा मेरी आवाज न सदन में बंद होगी ना ही सड़क पर, हम संघर्षों के साथी हैं, विषम परिस्थितियों में जनता ने मुझे विधानसभा में भेजा है मेरा उत्तरदायित्व जनता के प्रति है।

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