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पटना के बाकरगंज के SS ज्वेलर्स डकैती कांड का पुलिस ने किया खुलासा

मामले की जानकारी देते पुलिस पदाधिकारी गिरफ्तार आरोपित एवं बरामद ज्वेलरी व कैश

Bihar: पटना पुलिस ने बाकरगंज में हुए SS ज्वेलर्स डकैती कांड खुलासा करते हुए इस कांड के मास्टरमाइंड जहानाबाद के रहने वाले नीतेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया है इसके पिता रंजीत प्रसाद भी ज्वेलर है और जहानाबाद के मेन रोड पर राजलक्ष्मी ज्वेलर्स के मालिक है, नितेश ने ही दोस्तों के साथ मिलकर शुक्रवार को दिनदहाड़े 2 बजे के करीब डकैती घटना को अंजाम दिया था, नितेश अपने पिता के साथ SS ज्वेलर्स आया करता था यहां से उसके पिता ज्वेलरी खरीद कर अक्सर ले जाते थे।

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बरामद ज्वेलरी व कैश
बरामद ज्वेलरी व कैश

इस कांड में अब तक लूटा गया करीब 9 किलो सोना, 4 लाख 32 हजार 900 रुपए और कस्टमर व स्टाफ से लूटे गए चार मोबाइल फोन को बरामद किया गया है जबकि ज्वेलर्स मालिक ने अपने कंप्लेन में 30 से 35 किलो सोना, 14 लाख रुपए कैश लूट जाने की बात लिखी थी, चोरी की गई गाड़ियां भी बरामद हुई है, लूटे गए सोने की कीमत करीब 14 करोड़ से ज्यादा बताई गई थी, इन अपराधियों के पास से वारदात में इस्तेमाल की गई दो बाइक समेत कुल 5 बाइक, पटना से चोरी की गई एक फॉर्च्यूनर और EON कार भी बरामद किया गया है, बरामद फॉर्च्यूनर पर भारत सरकार का बोर्ड लगा है और उसके ऊपर सरकारी गाड़ियों में इस्तेमाल किए जाने वाला अशोक स्तंभ भी मिला है, साथ में गाड़ी के ऊपर तिरंगा झंडा और वीआईपी लिखा हुआ स्टीकर भी सटा हुआ था।

इस कांड में कुल 5 अपराधी गिरफ्तार किए गए हैं जिसमें नितेश उसका दोस्त आकाश ओझा उर्फ सन्नी कुमार, सोनू कुमार, राजू केवट उर्फ रवि उर्फ राज उर्फ सोनू शामिल है जबकि पांचवा साथी राजेश राम उर्फ साधु राम को पुलिस ने भागने के क्रम में ही वारदात के बाद तुरंत पकड़ लिया था।

लूटे गए ज्वेलरी को अपराधियों ने पटना के सिरपतपुर में रहने वाले आकाश उर्फ सन्नी के घर छिपाकर रखा था, पहले अपराधियों ने पटना में किराए का घर लूट का सोना रखने के लिए लिया था मगर साधु के पकड़े जाने और पुलिस के तेज हुई कार्रवाई के बाद आकाश ने उसे अपने घर में रख लिया था, एसएसपी मानवजीत ढिल्लो के अनुसार नीतीश को स्मैक और गांजा पीने की लत थी इसके लिए वह राजेश राम और साधु केवट के साथ उठता बैठता था, इसी क्रम में राजू केवट ने लूट के लिए कोई बड़ा और अच्छा काम बताने को कहा तभी नीतीश ने SS ज्वेलर्स के बारे में बताया फिर उसने लाइनअप कराया क्योंकि पिता के साथ आने जाने के कारण नीतीश को पूरी तरह से दुकान के बारे में जानकारी थी, दुकान के फर्स्ट फ्लोर पर होने की वजह से यह टारगेट और आसान बन गया।

वारदात के 3 दिन पहले अपराधी आकाश अंगूठी लेने के नाम पर रैकी के लिए दुकान के अंदर भी गया था, इसका भी CCTV फुटेज आ चुका है, उस दिन नितेश आया था और दुकान के नीचे ही रह गया था, दिसंबर महीने में ही सन्नी ने दो बड़े आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया था, जब पुलिस ने उसका पीछा किया था तो भाग निकला था, इस कांड की प्लानिंग पहले जहानाबाद के रहने वाले अपने दोनों दोस्तों के साथ की थी जब लगा कि इसमें और लोगों की जरूरत है तब पटना के रहने वाले आकाश और सोनू को शामिल किया।

डकैती की इस वारदात को अंजाम देने के प्लानिंग पिछले 1 महीने से चल रही थी अपराधियों को अच्छे से पता था कि खुदरा कारोबार के नाम पर उनकी दुकान के अंदर नहीं जाने दिया जाएगा इसलिए दो अपराधी ज्वेलरी के लिए होलसेल की नई दुकान खोलने की बात कह कर वहां अंदर घुसे थे, जब इन्हें एहसास हुआ कि उन्हें अपने और साथियों को बुलाना है तो मोबाइल पर पहले तय किए गए कोड वर्ड “पानी पिलाओ” लिखकर भेजा जिसके बाद अंदर वाले अपराधियों ने तो पहले ही दुकान की गेट खुलवा रखा था इसके बाद बाहर से दो अन्य अपराधी भी अंदर गये, तकरीबन अंतर 10 मिनट में अपराधियों ने वहां से सोना और कैश लूट लिया।

वही SS ज्वेलर्स के मालिक को पुलिस नोटिस देगी उन्हें बुलाएगी और उनके स्टॉक का पूरा वेरीफिकेशन होगा, एफआईआर में उन्होंने 35 किलो सोना और 14 लाख रुपए कैश की बात कही है पर अपराधियों ने जो कंफेस किया है उउसके अनुसार कैश 6 लाख के करीब था, जिसमें 4.32 लाख बरामद हुआ और बाकी कैश खर्च कर दिए, पुलिस दुकान से पूरा इनवॉइस मांगेगी, उनके रजिस्टर्ड स्टॉक की जांच करेगी, इसके साथ ही उनसे पिछले 5 साल की इनकम टैक्स और जीएसटी रिटर्न्स की डिटेल मांगेगी।

पुलिस ने बताया कि नितेश का कोई अपराधिक इतिहास नहीं रहा है लेकिन बाकी अन्य अपराधी कई बार जेल जा चुके हैं वही पकड़े गए अपराधियों के पास से भारत सरकार का अशोक स्तंभ लगा गाड़ी मिला है, नेशनल सिंबल का दुरुपयोग करने को लेकर एक अलग से एफआईआर दर्ज की गई है।

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