Bihar: नालंदा साइबर फ्रॉड का सबसे सुरक्षित नगरी बन चुका है। यंहा आये दिन विभिन्न प्रदेशों की पुलिस के द्वारा साइबर फ्रॉड के शिकार पीड़ितों की शिकायत लेकर छापेमारी किया जाता है। इसी बिच ज़िले के नूरसराय थाना की पुलिस के द्वारा गुप्त सूचना के आधार पर हेगनपुरा गांव के पास से दो संदिग्ध युवक को हिरासत में लिया गया। जिनसे पूछताछ किया गया तो दोनों ने खुद को साइबर फ्रॉड बताया। उनके पास से जांच के दौरान 42 हज़ार नगद, 4 एंड्रॉयड फ़ोन,1 अपाची बाइक के अलावा फ्रॉड के लिए इस्तेमाल उपकरण व दस्तावेज को बरामद किया गया हैं।
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मामले से सम्बंधित जानकारी देते हुए नूरसराय थानाध्यक्ष रजनीश कुमार राय ने बताया कि गिरफ्तार साइबर फ्रॉड धानी, इंस्टैंट और एसबीआई के सस्ते ब्याज दरों पर भोले भाले लोगों को पर्सनल लोन दिलाने के नाम पर ठगी करते थे, इसी कड़ी में नवादा ज़िले से नालंदा आए थे और उनसे लोन दिलाने के नाम पर पैसा लेने पहुंचे थे। तभी गुप्त सूचना पाकर नूरसराय पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया। गिरफ्तार साइबर फ्रॉडों की पहचान नवादा ज़िले के वारसलीगंज थाना क्षेत्र के दौलतपुर ग्राम निवासी रविंद्र राम का पुत्र चंदन कुमार और बौधु राम का पुत्र रवि कुमार के रूप में की गई है। फिल्हाल पुलिस ने गिरफ्तार दोनों साइबर फ्रॉड को मेडिकल जांच के बाद न्यायालय के हवाले कर दिया है, साथ ही दोनों की आपराधिक रिकॉर्ड भी स्थानीय थाना से खंगाल कर अग्रतर कार्रवाई की जाएगी।
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