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सूचना एवं जन संपर्क विभाग के आधिकारिक व्हाटसएप ग्रुप पर सोमवार की रात यह सूचना जारी की गई थी । इसे शिक्षा विभाग के प्रेस नोट के तौर पर जारी किया गया था और इसमें कहा गया था कि शिक्षा विभाग के तहत शैक्षणिक संस्थानों में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे शिक्षकों को आने वाले ईद और रामनवमी के दौरान असहजता को देखते हुए सीएम नीतीश कुमार के द्वारा इस पर संज्ञान लिया गया है। अत: 10 और 11 अप्रैल को ईद एवं 17 अप्रैल को रामनवमी के अवसर पर अवकाश घोषित किया गया है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में अन्य किसी प्रकार का बदलाव नहीं किया गया है।
वही सीएम नितीश के आदेश पर मिले इस अवकाश पर प्रशिक्षणरत शिक्षक आनंदित हो ही रहे थे कि मंगलवार को शिक्षा विभाग ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर अवकाश की सूचना का खंडन कर दिया और कहा की इंटरनेट मीडिया पर शिक्षा विभाग से संबंधित एक प्रेस नोट प्रसारित किया गया कि 10, 11 एवं 17अप्रैल को अवकाश घोषित किया गया है। यह प्रेस नोट शिक्षा विभाग का नहीं है। यह प्रेस नोट पूर्णत: भ्रामक एवं फर्जी है। इस पर माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव का हस्ताक्षर है। ऐसे तो शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के कार्यकाल में राज्यपाल एवं विभाग के मंत्री के आदेश को शिक्षा विभाग चुनौती देता रहा है। लेकिन इस बार सीधे सीएम नीतीश कुमार के आदेश को चुनौती दी गई है। उसे फर्जी बताया गया है। समझा जाता है कि शिक्षा विभाग के इस आदेश पर सीएम नीतीश कुमार कोई ठोस कदम उठाएंगे।
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