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वही भोजन करने के एक घंटे बाद मां की तबीयत बिगड़ने लगी। जिसके बाद ग्रामीण चिकित्सक के द्वारा प्राथमिक उपचार किया गया। इसी बीच कोचिंग से पढ़कर विवेक कुमार भी घर पहुंचा। उसकी भी तबीयत बिगड़ने लगी। मां व पुत्र की चिकित्सा के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र करपी ले जाया गया। जहां स्थिति गंभीर देखते हुए विशेष चिकित्सा के लिए सदर अस्पताल अरवल रेफर कर दिया गया। जंहा ले जाने के क्रम में रास्ते में ही मां की मौत हो गई, जबकि सदर अस्पताल में कुछ देर के उपरांत पुत्र की भी मौत हो गई। मां व पुत्र की मौत से पूरे गांव में मातम पसर गया है। आपको बता दे की कोरोना काल में रिंकू देवी के पति की भी मौत हो चुकी है। घटना की सूचना पर करपी थाना के पुलिस सब इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार गांव पहुंचे और मामले की जांच की। उन्होंने बताया कि रात वाला भोजन सुबह में मां बेटे के द्वारा खाया गया था।
आशंका जताई जा रही ही है कि रात्रि में चावल में कुछ विषैला जीव जंतु गिर गया होगा। दूसरे पुत्र 9 वर्षीय आनंद कुमार ने रात्रि का भोजन नहीं किया था। सुबह में उसने रोटी खाई थी। उन्होंने बताया कि मां बेटे के शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। रिपोर्ट आने के बाद मामला स्पष्ट हो पाएगा। शुक्रवार को ही रिंकू देवी के गोतिया में देवनंदन तिवारी की मौत के बाद उनका दशकर्म था। इस बीच मां बेटे की हुई मौत से पूरा गांव रो पड़ा। दूसरा पुत्र आनंद कुमार का रो रोकर हाल बेहाल था। इस परिवार में अब आनंद के अलावा उसके दादा बचे हैं। इस घटना से सभी की आंखें नम हो गई।