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पैसों की लालच ने बना दिया शैतान, पड़ोसी ने बच्चे का अपहरण कर की निर्मम हत्या, 5 घंटों में हत्या का उद्भेदन

मृतक के घर के समीप जुटी भीड़

Bihar: कैमूर जिले के मोहनिया थाना क्षेत्र अंतर्गत वार्ड संख्या 15 में शुक्रवार की देर शाम अपहरण के बाद एक बच्चे की निर्मम हत्या कर दी गई, जिसके बाद मोहनिया थाना पुलिस ने मामले की त्वरित कार्रवाई करते हुए 5 घंटे में ही हत्या के मामले का उद्भेदन कर दिया है, साथ ही हत्या के आरोपी पड़ोसी को भी गिरफ्तार कर लिया है, मृतक बच्चा सुधांशु कुमार शेखर उर्फ मोदी, सेना के जवान संतोष कुमार सिंह का पुत्र बताया जा रहा है, वहीं घटना के बाद से बच्चे के घर में कोहराम मचा हुआ है।

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मृतक के घर के समीप जुटी भीड़
मृतक के घर के समीप जुटी भीड़

जानकारी के अनुसार संतोष कुमार सिंह का मोहनिया वार्ड संख्या 15 इस्लामगंज में मकान है, वह सेना के जवान है उनके घर के सामने ही दुर्गावती थाना क्षेत्र के फिरोजपुर ग्राम निवासी धर्मेंद्र सिंह यादव का मकान है, शुक्रवार की शाम धर्मेंद्र यादव का पुत्र अविनाश कुमार यादव संतोष कुमार सिंह के छोटे पुत्र सुधांशु शेखर सिंह को टॉफी खिलाने के बहाने बाजार ले गया, जिसके बाद बाइक से थाना क्षेत्र के भरखर गांव के समीप ले गया और जहरीला पदार्थ खिलाकर गला दबाकर हत्या कर दी, जिसके बाद शव को टंकी में छुपा दिया।

अंधेरा होने के कारण जब बच्चा घर नहीं लौटा तो स्वजन चिंतित हो उठे घटना की सूचना कैमूर के पुलिस अधीक्षक को दी गई, जिसके बाद उनके निर्देश पर मोहनिया के डीएसपी फैज अहमद खान के नेतृत्व में छापेमारी दल का गठन किया गया, जिसके बाद टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए घटना के मात्र 5 घंटे के अंदर मामले का उद्भेदन करते हुए हत्या के आरोपी गिरफ्तार कर लिया है।

मृतक के घर के समीप जुटी भीड़

बच्चे की निर्मम हत्या की बाद सभी लोग यही कह रहे हैं कि आखिर इस बच्चे का क्या कसूर था, जिससे पड़ोसी ने उसकी निर्मम हत्या कर दी, हत्या आरोपी पड़ोसी ने अपना जुर्म छुपाने के लिए मृतक के घर पहुंच अपहरण की कहानी रची थी, जब अंधेरा होने कारण परिजन बच्चे को व्याकुल होकर ढूंढ रहे थे, तब अविनाश ने उनके परिजनों को बताया था कि सुधांशु शेखर सिंह का अपहरण हो गया है, अज्ञात अपराधी उसे कार में बैठा कर ले जा रहे हैं जिसका विरोध किया तो उस दौरान उसे चोटें भी आई हैं।

जब मोहनिया थाना पुलिस घटना के जानकारी के लिए मृतक के घर पहुंची तो वहां अविनाश कुमार यादव मौजूद था, उसकी बनावटी बातों पर पुलिस को संदेह हुआ, जिसके बाद पुलिस उसे हिरासत में लेकर थाने ले आई और कड़ाई से पूछताछ किया तो उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।

मृतक के घर के समीप जुटी भीड़

आरोपित ने पुलिस को बताया कि बच्चे के पिता सेना में जवान है जबकि माता शिक्षिका है, परिवार संपन्न है इसे देखकर उसे ईर्ष्या होती थी, वह बच्चे के माता-पिता से 8 लाख फिरौती मांगना चाहता था, बच्चे के अपहरण के बाद उसे रखने में समस्या से परेशान होकर उसने हत्या की घटना को अंजाम दिया, वहीं 3 माह पूर्व अविनाश कुमार सिंह ने संतोष कुमार सिंह के घर पर पैसे की चोरी की थी, जिससे सुधांशु शेखर ने देख लिया था, इसी को लेकर दोनों परिवार की महिलाओं में काफी झगड़ा हुआ था।

आरोपित कंप्यूटर की दुकान चलाता है, गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने दुकान से एक मोबाइल मृतका चप्पल, एक रुमाल, कंप्यूटर से लिखा एक कागज का पन्ना और सीपीयू प्रिंटर बरामद किया है, इसी रुमाल से बच्चे की गला घोटकर हत्या की गई थी, बरामद कागज के पन्ने पर कंप्यूटर से 8 लाख फिरौती की रकम अंकित की गई है।

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