Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर प्रखंड क्षेत्र के सभी पंचायतों में हरितालिका तीज पर सुहागिन महिलाओं में विशेष उत्साह देखा गया, महिलाएं विशेष श्रृंगार करके तीज व्रत की पूजा कर सौभाग्य और सुख समृद्धि की प्राप्ति के लिए कामना की है।
हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों में हरितालिका तीज की पूजा ज्यादातर सुहागिन महिलाओं के द्वारा घर में ही भगवान शिव पार्वती और भगवान गणेश की प्रतिमा बालू और मिट्टी से बनाकर की जाती है।
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मंगलवार कि दोपहर बाद से ही सुहागन महिलाओं के द्वारा हरितालिका तीज व्रत की पूजा प्रारंभ की गई, पूजा अर्चना के दौरान सुहागिन महिलाओं के द्वारा अखंड सुहाग की कामना करते हुए भगवान शिव माता पार्वती और गणपति देव का आशीर्वाद प्राप्त किया गया है।
सुहागिन महिलाओं के द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया को माता पार्वती अपनी सखी सहेलियों के साथ सहेलियों के कहने पर पिता के घर को छोड़ कर जंगल में भगवान शिव की उपासना करने के लिए चली गई थी, जहां पर माता पार्वती के द्वारा कठोर तप किया गया, और उस तपस्या के बल पर ही भगवान शिव को अपने पति के रूप में प्राप्त किया था, तभी से हरितालिका तीज का व्रत सुहागिन महिलाओं के द्वारा किया जाता है और अखंड सुहाग की कामना की जाती है।