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इस मामले में एक अन्य छात्र आकाश भी आरोपित है। कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर एमके झा ने बुधवार को इस संबंध में आदेश जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि अप्रैल में जूनियर छात्रों ने सीनियर छात्रों के साथ दुर्व्यवहार किया इसके बाद एआइसीटीई के एंटी रैगिंग सेल को फोन कर गलत सूचना दे दी कि उनके साथ सीनियर छात्रों ने रैगिंग की है।
जिसके बाद एआइसीटीई की ओर से कॉलेज को मामले की जांच का आदेश दिया गया। कॉलेज के अनुशासन समिति का गठन कर पूरे मामले की जांच कराई तो इस क्रम में कॉलेज के अन्य छात्रों से पूछताछ की गई कॉलेज परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की जांच की गई। जिसमें कई महत्वपूर्ण बातें सामने आई उसमें यह देखा गया कि जूनियर छात्रों ने ही सीनियर के साथ दुर्व्यवहार किया था। रैगिंग करने के बाद इसकी झूठी शिकायत कर दी थी। दूसरी ओर साइबर फ्राड की गतिविधियों के मामले में गिरफ्तार फैजान अली का भी नाम शामिल है। कमेटी ने सात छात्रों को वन ब्लैक डाट व आर्थिक दंड लगाया गया है। 3 छात्रों को वन ब्लैक डाट के साथ 10-10 हजार रुपये का आर्थिक दंड दिया। 2 छात्रों को वन ब्लैक डाट के साथ 25 हजार रुपये जुर्माना किया गया। 2 छात्रों को वन ब्लैक डाट, 50 हजार रुपये के साथ छात्रवृत्ति से वंचित किया गया है।