Home राष्ट्रीय खबरें सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर हमले में इस्तेमाल हुआ पिस्टल मुंगेर का निकला

सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर हमले में इस्तेमाल हुआ पिस्टल मुंगेर का निकला

ओवैसी पर हमले में मुंगेरिया पिस्टल का इस्तेमाल

Desk: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और लोकसभा सदस्य असदुद्दीन ओवैसी की कार पर गुरुवार शाम करीब साढ़े पांच बजे पिलखुवा के एनएच-नौ स्थित छिजारसी टोल प्लाजा पर हुए हमले में इस्तेमाल की गई पिस्टल मुंगेर की निकली, बरामद पिस्टल 9 एमएम की है, जिसे उत्तर प्रदेश की हापुड़ पुलिस ने पिस्टल पर लगे मेड इन जर्मनी के मोनोग्राम से उसे जर्मनी मेड बताया था लेकिन जांच में वह मुंगेर में बनी लोकल मेड 9 एमएम की पिस्टल निकली है।

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 असदुद्दीन ओवैसी
असदुद्दीन ओवैसी

पिस्टल की बॉडी पर कूदे मोनोग्राम पर ऑटोमेटिक पिस्टल मेड इन जर्मन लिखा मिला जिससे हापुड़ पुलिस उसे प्रथम दृष्टया जर्मन मेड 9 एमएम पिस्टल मानते हुए मामले की जांच शुरू कर दी थी, मामला हाईप्रोफाइल होने कारण वहां के एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने भी मामले की कमान संभाल ली, उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय सूत्रों की मानें तो हमलावरों के पास से बरामद पिस्टल जर्मन मेक कि ना होकर मुंगेर में की 9 एमएम की पिस्टल है, पिस्टल के मोनोग्राम जांच में इसकी पुष्टि पुलिस अधिकारियों ने कर दी है।

ऐसी पिस्टल 14 मई 2021 को चित्रकूट जेल में हुई सनसनीखेज गोलीकांड में दो आरोपितों को मारने के बाद पुलिस की गोली से मारे गए शार्प शूटर अंशुल दीक्षित के पास भी बरामद हुई थी, हापुड़ पुलिस पकड़े गए हमलावरों सचिन और शुभम से पूछताछ में जानने की कोशिश कर रही है कि पिस्टल उन्हें कहां से मुहैया हुआ है।

पुलिस के समक्ष हमलावरों में से एक ने कबूल किया कि वह 2017 से ही उनके मजहब विरोधी बयान से खफा चल रहा था, 2018 में उसने पिस्टल खरीदी थी, जांच में लगी पुलिस टीम को पिस्टल किसने खरीदी थी यह जानकारी भी उसने दी, पुलिस अब मामले में उनसे मिली जानकारी के आधार पर हथियार तस्करों के नेटवर्क का पता लगाने में जुटी हुई है।

सूबे के मुंगेर जिले के बरदह समेत अन्य इलाकों में तैयार होने वाले लोकल मेड मुंगेर पिस्टल, एके-47, कार्बाइन, सिंगल शॉट रिवॉलवर, उत्तर प्रदेश के वाराणसी, रायबरेली, बलिया, इलाहाबाद, प्रतापगढ़ जैसे इलाके में वहां के जरायम पेशेवरों तक पहुंचाने के लिए हथियार तस्कर रेलगाड़ी से लेकर जाते समय कई बार पकड़े जा चुके हैं।

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