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इस संबंध में उप निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि रविवार की सुबह निकाय चुनाव को लेकर जिलाधिकारी ने बैठक बुलाई थी, वो बैठक में ही थे कि तभी उनके व्हाट्सएप पर 9356056267 नंबर से मैसेज आया इसके प्रोफाइल में प्रमंडलीय आयुक्त की तस्वीर थी उन्हें लगाकर प्रमंडलीय आयुक्त ने निजी नंबर से मैसेज किया है उसमें अमेज़न के दस-दस हजार के 10 कार्ड भेजने का निर्देश था और शाम तक रुपए देने की बात कही गई थी मैसेज में यह भी बताया गया था कि प्रमंडलीय आयुक्त अभी व्यस्त है इसलिए तत्काल ऐसा कर दे।
इस पर उन्होंने खुद से कार्ड भेजने का प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हुए इसके बाद उन्होंने अपनी पुत्री को कार्ड भेज देने को कहा और इस पर उसी नंबर से एक लिंक भी भेज दिया गया, एक लाख भेज देने के बाद फिर से 30 और कार्ड यानि तीन लाख रुपये की मांग उसी नंबर से की गई जिसके बाद उन्हें शक हुआ और उन्होंने प्रमंडलीय आयुक्त को फोन कर इस पर बाबत बात की।
मामला समझते ही प्रमंडलीय आयुक्त ने साइबर अपराधियों द्वारा ठगी कर लेने की बात बताई जिसके बाद उन्होंने तुरंत इसकी सूचना वरीय अधिकारियों को दी जिसके बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया, फिलहाल पुलिस अधिकारी मामले की जांच में जुट गए हैं साथ ही आम लोगों को ऐसे मैसेज से सावधान रहने और ऐसा मामला आने पर तत्काल इसकी सूचना पुलिस अधिकारी को देने को कहा गया है।