Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
दरअसल पीके इन दिनों बिहार की पदयात्रा पर लगातार लोगों को संबोधित कर रहे हैं इस दौरान जब उनसे राहुल गांधी की सदस्यता खत्म होने सवाल किया गया तो उन्होंने अटल बिहारी बाजपेई की कुछ पंक्तियों से बीजेपी पर निशाना साधा उन्होंने कहा कि कानूनी प्रक्रिया का सम्मान करते हुए मुझे यह लगता है कि 2 साल की सजा अधिक है राजनीति में इस तरह के बयान और टिप्पणी लोग एक दूसरे खिलाफ देते रहते हैं।
भाजपा के लोगों को अपने नेता अटल जी की पंक्ति ‘छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता’ याद करना चाहिए और बड़ा दिल दिखाना चाहिए, साथ ही कांग्रेस पार्टी को भी नसीहत देते हुए कहा कि कांग्रेस के लोगों को पता ही नहीं कि वे किस लड़ाई में हैं, सिर्फ दिल्ली के संसद तक मार्च करते हैं और ट्वीट करने भर से लड़ाई आप लड़ नहीं सकते।
अगर लड़ाई लड़नी है तो आप को जमीन पर गांव में सड़कों पर उतरना पड़ेगा कल मैं 20 किलोमीटर पैदल चला हूं मुझे कांग्रेस का कार्यकर्ता नहीं मिला जो राहुल गांधी की सदस्यता जाने पर गांव के लोगों को बता रहा है कि यह गलत हुआ है जब तक विपक्षी दलों की लड़ाई चुनावी नतीजों में नहीं दिखेगी, तबतक कोई आपको गंभीरता से नहीं लेगा, वही पीके के इस तरह के बयान के बाद भाजपा के प्रवक्ता रामसागर सिंह ने भी पलटवार करते हुए कहा कि पीके क्या कहते हैं यह वह जाने लेकिन राहुल गांधी के सदयस्ता क्यों गई है देश भी देख रहा है और प्रशांत किशोर भी, राहुल गांधी में वाजपेई जी का थोड़ा सा भी गुण होते तो आज उनके साथ ऐसा कुछ नहीं हुआ होता।