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जगदानंद सिंह रीढ़हीन होकर राजद में रहने वाले नेता नहीं है उनको ऐसा लगेगा तो सन्यास भी ले सकते हैं, जगदानंद सिंह ने 1 सप्ताह पूर्व पार्टी की ओर से एक पत्र जारी किया था, उसमें कहा गया था कि मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के अलावा महागठबंधन और राज्य सरकार के नेतृत्व से संबंधित सवालों पर कोई नहीं बोलेगा पत्र में यह भी कहा गया था कि सभी सांसद, विधायक, पदाधिकारियों और नेताओं से आग्रह किया जाता है कि सरकार और नेतृत्व से संबंधित सवालों पर किसी भी टिप्पणी से परहेज करें।
माना जा रहा है कि जगदानंद सिंह बेटे सुधाकर सिंह के नीतीश कैबिनेट से इस्तीफे से नाराज है, इस्तीफे की घोषणा प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते जगदानंद सिंह के द्वारा ही करवाई गई जगदानंद सिंह ने सुधाकर सिंह के इस्तीफे की घोषणा तो की लेकिन साथ ही इसे उन्होंने बलिदान कहा, सुधाकर सिंह के इस्तीफे के बाद वे राजद कार्यालय नहीं गए हालांकि इस दौरान दुर्गा पूजा भी था और जगदानंद सिंह गांव चले गए थे अब सवाल ये है कि जगदानंद सिंह दिल्ली में हो रही राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भाग लेंगे या नहीं।