Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम ककरीकुंडी की निवासी एक महिला द्वारा प्राइवेट नर्स पुष्पा देवी पर लगाए गए आरोप की नर्स के द्वारा चैनपुर सीएचसी में प्रसव करवाने के उपरांत बच्चा चोरी कर ली गई है, पुलिस अनुसंधान में जुटा पाया गया है, मामले का खुलासा होने के बाद इस षड्यंत्र को रचने वाले पति पत्नी और आशा कार्यकर्ता पर प्राथमिकी दर्ज करने के उपरांत उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, गिरफ्तार लोगों में अनीता देवी उनके पति जीवन बिंद एवं आशा कार्यकर्ता सीमा देवी का नाम शामिल है।
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दरअसल पूरा मामला 5 फरवरी 2022 की है, ककरीकुंडी की निवासी महिला अनीता देवी द्वारा यह आरोप लगाया गया कि हाटा की रहने वाली पुष्पा देवी जो कल्पना क्लीनिक के नाम से हाटा में क्लीनिक चलाती है इन्हें प्रसव करवाने के लिए चैनपुर सीएचसी ले गई थी, जहां अनीता देवी का प्रसव हुआ, प्रसव के बाद प्राइवेट नर्स पुष्पा देवी ने महिला को बताया कि उनका बच्चा मरा हुआ है, मगर यह मरे हुए बच्चे को मांगते रह गई मगर नर्स के द्वारा बच्चे को नहीं दिया गया और चुपके से बच्चों को बेज दिया गया।
इस मामले को लेकर उस समय काफी हंगामा हुआ चैनपुर सहित भभुआ तक लोगों के द्वारा सड़क जाम करके विरोध प्रदर्शन किया गया लोगों के द्वारा कहा गया कि अस्पताल से बच्चा चोरी किया जाता है, इस तरह की बातें कहते हुए चैनपुर सीएचसी पर भी कई तरह के आरोप लगाए गए, जिसमें प्रशासन को मिलीभगत की बात बताई गई, इस मामले में अनीता देवी के पति के द्वारा थाने में आवेदन देते हुए प्राथमिकी दर्ज करवाई गई थी, क्योंकि मामला बच्चा चोरी से संबंधित था जिसे लेकर पुलिस इस मामले को बहुत ही गंभीरता से लेते हुए जांच पड़ताल में जुट गई और सर्वप्रथम चैनपुर सीएचसी में अनीता देवी की जांच करवाई गई जहां चिकित्सकों ने बताया गया कि महिला अनीता देवी को एक माह के अंदर प्रसव हुआ ही नहीं है, जबकि अनीता देवी के द्वारा 24 घंटे के अंदर बच्चे को जन्म देना और बच्चा चोरी होने की बात कही जा रही थी।
जिसके बाद मामले के खुलासे के लिए भभुआ सदर अस्पताल में 3 सदस्यीय चिकित्सकों की एक टीम बनाई गई, जिनके द्वारा महिला अनीता देवी की सभी तरह की जांच करवाई गई जैसे अल्ट्रासाउंड एक्स-रे सहित वैसे सभी जांच जिससे यह प्रमाणित हो सके कि महिला का प्रसव हुआ है या नही, मगर जांच में यह सामने आया कि महिला के पास बच्चा जन्म देने वाले अंग ही नहीं है, तो महिला बच्चे को जन्म कैसे दे सकती है, इस बात को लेकर फिर काफी हंगामा हुआ कई सामाजिक संगठन और दलों के द्वारा विरोध करते हुए कहा गया कि प्रशासन के द्वारा अपनी नाकामी छुपाने के लिए झूठी रिपोर्ट बनवाई गई है।
इस मामले में दोबारा फिर से चैनपुर के एसआई विकास कुमार सहित अन्य महिला पुलिस बल के साथ महिला को गया मगध मेडिकल कॉलेज में जांच के लिए भेजा गया, वहां भी चिकित्सकों के द्वारा जांच के दौरान बताया गया कि महिला धारण करने में सक्षम नहीं है तो बच्चे को कैसे जन्म दे सकती है।
इन सभी के बीच एक और बात सामने आई महिला खुद वाराणसी एक निजी चिकित्सालय में जाकर अल्ट्रासाउंड करवाते हुए जांच करवाया गया, उस जांच में भी चिकित्सकों के द्वारा पूर्व के चिकित्सकों के द्वारा किए गए जांच की पुष्टि की गई कि महिला बच्चे को जन्म देने में सक्षम नहीं है, पूरा मामला फर्जी पाए जाने के बाद पुलिस के बाद के द्वारा नए तरीके से मामले में कांड संख्या 209/22 प्राथमिकी दर्ज करते हुए महिला अनीता देवी पति जीवन बिंद एवं इस कार्य में सहयोग करने वाली आशा कार्यकर्ता सीमा देवी को गिरफ्तार कर ली और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
इस मामले से संबंधित जानकारी लेने पर चैनपुर थानाध्यक्ष संजय कुमार पासी के द्वारा बताया गया बच्चा चोरी के लगाए गए आरोप में पुलिस ने गहनता से छानबीन की, तीन तीन जगहों पर चिकित्सकों की टीम के द्वारा महिला की जांच की गई जिसमें यह प्रमाणित हुआ की महिला ने बच्चे को जन्म नहीं दिया है, और जब बच्चे का जन्म ही नहीं हुआ तो बच्चा चोरी कैसे हो गया, पूरा मामला एक षड्यंत्र है, महिला उसके पति एवं आशा कार्यकर्ता ने पूरा षड्यंत्र रच के यह कहानी तैयार की थी, मामले में तीनों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया गिरफ्तार तीनों लोगों के द्वारा यह संयंत्र किस कारण वश रचा गया है जिसे लेकर अनुसंधान चल रहा है।
इस मामले को लेकर पूर्व में प्रकाशित किया गया खबर।
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