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सागर हत्याकांड में बढ़ रहा है जांच का दायरा आरओ की मौजूदगी में खुला बिस्कोमान गोदाम का ताला

कार्यालय के अंदर जांच पड़ताल करते थानाध्यक्ष एवं अनुसंधान

Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम भुवालपुर में स्थित बिस्कोमान गोदाम के सहायक प्रबंधक सागर आनंद पांडे की हत्या के जांच का दायरा धीरे धीरे बढ़ता जा रहा है पुलिस के द्वारा इस पूरे घटनाक्रम में जांच पड़ताल के उद्देश्य से बिस्कोमान का कार्यालय बिस्कोमान के आर ओ रवि आनंद एवं मोहनिया बिस्कोमान गोदाम के सहायक प्रबंधक राजेश कुमार की मौजूदगी में खुलवाया गया, मौके पर चैनपुर थानाध्यक्ष संजय कुमार पासी एवं इस कांड के अनुसंधानकर्ता रामरतन पंडित भी मौजूद रहे, जांच के दौरान बिस्कोमान गोदाम के कार्यालय के अंदर पुलिस के द्वारा पाॅश मशीन बरामद किया गया इसके साथ ही अंदर सैकड़ों की संख्या में आधार कार्ड भी पाए गए।

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पाॅश मशीन
पाॅश मशीन

इसकी जानकारी लेने पर चैनपुर थानाध्यक्ष संजय कुमार पासी के द्वारा बताया गया इस पूरे घटनाक्रम में पाॅस मशीन मिसिंग था, जिसे लेकर आर ओ की मौजूदगी में बिस्कोमान गोदाम का कार्यालय खुलवाया गया था, और पाॅश मशीन को बरामद किया गया है, हालांकि पाॅश मशीन में 1 सप्ताह तक ही डाटा सेव रह पाता है, जिसके बाद वह खुद से डिलीट हो जाता है, जिसके डिटेल को प्राप्त करने के लिए बिस्कोमान गोदाम के मुख्य कार्यालय से संपर्क स्थापित करते हुए डाटा निकलवाया जा रहा है, उस आधार पर अनुसंधान की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।

ज्ञात हो कि चैनपुर के भुवालपुर में स्थित बिस्कोमान गोदाम के सहायक प्रबंधक आनंद कुमार पांडे का शव 12 जनवरी की दोपहर उनके आवास से ही पुलिस के द्वारा बरामद किया गया था, प्रथम दृष्टया पुलिस के द्वारा हत्या की बात कही गई थी, जिसके बाद शव के पोस्टमार्टम होने के बाद प्राप्त रिपोर्ट में भी गला दबाकर हत्या करने की पुष्टि हुई है, जिसके उपरांत पुलिस के द्वारा अनुसंधान में तेजी लाई गई।

लगभग अब तक आधा दर्जन से ऊपर लोगों से पूछताछ इस मामले में की जा चुकी है, मामले के खुलासे के लिए डीआईयू की टीम भी लगातार कार्य कर रही है, एक तरफ पुलिस के द्वारा मृतक के मोबाइल का डाटा खंगाला जा रहा है, तो दूसरी तरफ डीआईयू टीम के द्वारा डंप डाटा का अवलोकन किया जा रहा है, हालांकि जांच के दौरान कुछ लोग संदेह के घेरे में है मगर पुख्ता सबूत ना होने के कारण पुलिस के द्वारा अब तक उन लोगों पर हाथ नहीं डाला गया है।

वहीं इस मामले में अनुसंधानकर्ता एसआई रामरतन पंडित के द्वारा बताया जा रहा है इस हत्याकांड के प्रत्येक बिंदुओं पर गहनता से छानबीन चल रही है, मृतक के द्वारा भारी मात्रा में हाथफेर के रूप में दूसरों को पैसे भी दिए गए हैं, सहित कई ऐसी बातें जांच के दौरान सामने आ रही है, जिस कारण कई लोग संदेह के घेरे में आ रहे हैं, पुलिस जब तक किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंचती तब तक आरोपितों को गिरफ्तार नहीं करना चाह रही है, आरोपितों के विरुद्ध पुख्ता सबूत प्राप्त होने के बाद ही आरोपितों की गिरफ्तारी कर मामले का खुलासा किया जाएगा।

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