Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर प्रखंड कार्यालय का मंगलवार को जिलाधिकारी सुनील कुमार द्वारा अपने योगदान के दूसरे ही दिन प्रशासनिक सतर्कता का परिचय देते हुए चैनपुर प्रखंड एवं अंचल, मनरेगा, बाल विकास परियोजना आदि कार्यालय का औचक निरीक्षण किया, यह निरीक्षण भारत माला परियोजना के साइट विजिट से लौटने के क्रम में किया गया। आपको बताते चलें जैसे ही जिलाधिकारी का काफिला चैनपुर कार्यालय परिसर पहुँचा, ब्लॉक एवं अंचल कार्यालय में अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने सर्वप्रथम प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) के कार्यालय की जांच की।
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जहाँ BDO अनुपस्थित पाए गए, जिसके बाद सभी विभागीय कार्यालयों के हाजिरी रजिस्टर मंगवाई गई। औचक निरीक्षण के दौरान कैमूर डीएम के साथ मौके पर उपस्थित अनुमंडल पदाधिकारी, भभुआ सदर को निर्देशित किया कि सभी अनुपस्थित कर्मियों की एक दिन की हाजिरी काट दी जाए, निर्देशानुसार अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा तत्काल कार्रवाई करते हुए सभी संबंधित कर्मियों की हाजिरी काट दी गई। वहीं जांच में अनुपस्थित पाए गए कर्मियों में, प्रखंड विकास पदाधिकारी कार्यालय में 7 कर्मी अनुपस्थित पाए गए, अंचलाधिकारी कार्यालय में 7 कर्मी अनुपस्थित मिले, मनरेगा (प्रोग्राम ऑफिसर) कार्यालय में 5 कर्मी अनुपस्थित गए, वहीं सीडीपीओ कार्यालय में 4 कर्मी अनुपस्थित रहे।
जिलाधिकारी के आदेश पर सभी अनुपस्थित कर्मियों के एक दिन का वेतन काटा गया एवं उनसे कारण-पृच्छा (शोकॉज नोटिस) जारी कर जवाब तलब किया गया है, कैमूर डीएम सुनील कुमार के द्वारा स्पष्ट रूप से कहा कि वे स्वंय समय का कड़ाई से पालन करते हैं और यह अपेक्षा करते हैं कि जिले से लेकर पंचायत स्तर तक के सभी कर्मी समय पर कार्यालय पहुंचे और आमजन के कार्यों को गंभीरता एवं प्रतिबद्धता के साथ निष्पादित करें, वहीं जिलाधिकारी की यह पहल प्रशासनिक अनुशासन को सुदृढ़ करने तथा कार्य संस्कृति में सुधार लाने की दिशा में एक सशक्त कदम माना जा रहा है।
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