Bihar, मुजफ्फरपुर: बिहार की उच्च शिक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। रविवार को आयोजित बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय (BRA बिहार विश्वविद्यालय) की पीएचडी प्रवेश परीक्षा के दौरान बड़ा पेपर लीक कांड सामने आया। पहली पाली की परीक्षा के बीच अचानक प्रश्नपत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन में हड़कंप मच गया।
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सोशल मीडिया पर वायरल हुआ प्रश्नपत्र
परीक्षा दो पालियों में ली जा रही थी—पहली पाली सुबह 11 बजे से 1:30 बजे तक और दूसरी पाली 1:30 बजे से 3:30 बजे तक। पहली पाली के दौरान करीब 12:30 बजे प्रश्नपत्र की फोटो विभिन्न व्हाट्सऐप ग्रुप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर तेजी से फैल गई। जैसे ही कुलपति प्रो. दिनेश चंद्र राय को इस घटना की सूचना मिली, उन्होंने तुरंत जांच का आदेश दिया।
रोल नंबर से हुआ आरोपी का खुलासा
वायरल हुए प्रश्नपत्र पर छात्र का नाम और रोल नंबर साफ अंकित था। कंट्रोल रूम से क्रॉस-चेक करने पर पता चला कि छात्र मुजफ्फरपुर के एलएस कॉलेज के परीक्षा केंद्र, कक्ष संख्या-37 में परीक्षा दे रहा था। इसके बाद प्रशासन ने योजना बनाकर छात्र को दूसरी पाली शुरू होते ही पकड़ लिया।
कैसे हुआ पेपर लीक?
पूछताछ में छात्र ने कबूल किया कि उसने प्रश्नपत्र खिड़की से बाहर मौजूद कंचन नामक युवक को पकड़ा दिया। कंचन ने उसकी फोटो खींचकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। यह खुलासा होते ही विश्वविद्यालय प्रशासन ने संबंधित केंद्राधीक्षक की लिखित शिकायत पर छात्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी।
कुलपति का बयान और आगे की कार्रवाई
कुलपति प्रो. दिनेश चंद्र राय ने कहा कि घटना की जानकारी जिला प्रशासन और राजभवन को दे दी गई है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस मामले का परीक्षा की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर कोई असर नहीं पड़ा। परीक्षा समय पर और निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार सम्पन्न हुई।
छात्रों और अभिभावकों में सवाल
इस पूरे घटनाक्रम के बाद छात्रों और उनके परिजनों में नाराजगी है। अभिभावकों का कहना है कि बार-बार पेपर लीक जैसी घटनाएं बिहार की शिक्षा प्रणाली की साख को धूमिल कर रही हैं। फिलहाल, पुलिस आरोपी छात्र और कंचन दोनों से जुड़े पूरे नेटवर्क की तहकीकात में जुट गई है।