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ई-केवाईसी नहीं कराने वाले उपभोक्ताओं को 1 जून से गैस सिलेंडर उपलब्ध नहीं हो पाएगा। जिसके कारण उनकी परेशानी बढ़ सकती है। ई-केवाईसी से कनेक्शन धारकों के बारे में पता चलेगा। उपभोक्ताओं की सुविधा व सुरक्षा को ध्यान में रखकर इंडियन आयल द्वारा कई महत्वपूर्ण निर्णय को लिया गया हैं। जिसमें ई-केवाईसी के अलावा सेफ्टी चेक व डीएसी डिलीवरी शामिल है। हर उपभोक्ताओं के लिए सेफ्टी चेक कराना अनिवार्य है। इसके लिए इंडियन आयल द्वारा जांच कर्मियों को प्रतिनियुक्त किया गया है। जो हर इंडेन गैस के उपभोक्ताओं के घर जाकर मुफ्त जांच करेंगे। पहले इसके लिए शुल्क देना पड़ता था लेकिन अब निःशुल्क जांच के दौरान उपभोक्ताओं को सुरक्षा से सम्बन्धित महत्वपूर्ण जानकारी दी जाएगी।
गैस सिलिंडर से चूल्हा को ऊपर होना चाहिए। इससे आग लगने का खतरा नहीं रहता है। गैस सिलिंडर पर खड़ा होकर खाना बनाना चाहिए। जांच के दौरान कोई उपकरण खराब मिलेगा तो उसे बदलने के लिए उपभोक्ताओं को निर्धारित मूल्य देना होगा। साढ़े चार साल पर गैस पाइप बदलना अनिवार्य है। ऐसा नहीं करने पर गैस लीक होकर आग लगने का खतरा रहता है। डीएसी डिलीवरी से गैस की बुकिंग आसान होगी। आपको बता दे की कैमूर जिला में इंडेन गैस के कुल सवा लाख उपभोक्ता हैं। जिसमें 50 हजार उज्वला योजना के कनेक्शनधारी हैं। ई-केवाईसी नहीं कराने वालों की सब्सिडी बंद कर दी जाएगी। जिससे सिलिंडर नहीं मिल पायेगा। अब सभी उपभोक्ताओं को ई-केवाईसी कराना अनिवार्य होगा। इसके लिए मतदाता पहचान पत्र और गैस कनेक्शन का पासबुक लेकर इंडेन गैस एजेंसी में जाना होगा। जहां ई-केवाईसी हो जाएगा।