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आक्रोशित ग्रामीणों के द्वारा नरारीकला थाना अध्यक्ष और इस घटना के दोषी चौकीदार को निलंबित करने की मांग रखी गई है ग्रामीणों के साथ सांसद सुशील कुमार सिंह, भाजपा जिला अध्यक्ष मुकेश शर्मा, रालोजपा रामविलास के जिला अध्यक्ष अनूप कुमार समेत कई नेता घटना में कार्रवाई को लेकर सड़क पर बैठे रहे, सड़क जाम की सूचना पर एसडीएम विजयकांत, एएसपी सदर स्वीटी सहरावत पहुंची और सांसद से बात की, युवक के परिजनों से घटना की जानकारी ली गई है साथ ही थानाध्यक्ष और चौकीदारी खिलाफ जांच करते हुए निलंबित करने का आश्वासन दिया गया है।
हत्या में शामिल सभी को गिरफ्तार करने और मामले की स्पीडी ट्रायल चलाने का आश्वासन दिया हालांकि सांसद ने कहा कि थानाध्यक्ष और चौकीदार को निलंबित करने का आश्वासन नहीं निलंबन का आदेश चाहिए तभी जाम हटेगा, अधिकारियों ने एमएलसी के चुनाव को लेकर आचार संहिता लगे होने और निलंबित के लिए चुनाव आयोग से अनुमति लेने के बाद कार्रवाई करने की बात कही, पांच बार हुई वार्ता के बाद एसडीएम और एएसपी ने कहा कि वे खुद जांच कर निलंबित करने का रिपोर्ट एसपी को देंगे और कार्रवाई होगी, स्वजनों के द्वारा मुआवजा की मांग पर सांसद ने कहा कि हत्या मामले में सरकार का अगर देने का प्रावधान होगा तो वे खुद इसपर डीएम से बात करेंगे, अगर प्रावधान नहीं होगा तो चंदा एकत्रित कर सहायता राशि घर पहुंचकर दी जाएगी वे खुद भी सहायता देंगे।
अधिकारियों के द्वारा मामले में त्वरित कार्रवाई करने का आश्वासन के बाद सांसद ने युवक के स्वजनों और सड़क जाम किए ग्रामीणों को समझाकर शांत कराया और जाम हटवाया, पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करते हुए शव को स्वजनों को सौंप दिया, दरअसल चंदन की पीट पीटकर हत्या करने के मामले में स्वजनों ने बताया कि सात मार्च की रात में गांव का ही युवक विकास कुमार छेड़खानी करने की नियत से एक महिला के घर में घुस गया था, इस घटना का चंदन ने विरोध किया था तीन दिन बाद वह गांव के ही अमित कुमार और दुर्गा कुमार के साथ बाइक से टेंगरा से गांव की आर जा रहा था कि टेंगरा और नवादा गांव के बीच पहले से घात लगाकर बैठे राहुल कुमार, दिनेश कुमार, बुटन यादव समेत अन्य लोगों ने जानलेवा हमला कर दिए और सभी फरार हो गए औरंगाबाद से पटना ले जाने के दौरान रास्ते में ही मौत हो गयी।