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इसके अलावा कोलकाता की कंपनी मेसर्स आभा एग्रो इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक नवल लाधा और कर्मी मनोज कुमार साहा की गिरफ्तारी की गयी है, सीबीआई ने इन सभी के विरुद्ध भ्रष्टाचार से संबंधित प्राथमिकी रविवार को दर्ज की थी जिसके बाद सभी की गिरफ्तारी की रविवार को ही कर ली गई।
अधिकारियों पर माल लदान के लिए रेलवे रैक के आवंटन के लिए विक्रेताओं से नियमित रिश्वत लेने का आरोप है, रेलवे के इन अधिकारियों पर माल लदान के लिए रेलवे रैक के अधिमान्य आवंटन के लिए पूर्व मध्य रेलवे (ईसीआर) के विक्रेताओं से अवैध रूप से रिश्वत लेने का आरोप है, ये सभी कोलकाता स्थित निजी कंपनी के निदेशक पूर्व मध्य रेलवे के लोक सेवकों के साथ एक सुनियोजित साजिश के तहत नियमित रूप से रेलवे रैक सेवाओं की बारी और प्राथमिकता आवंटन का लाभ उठाते रहे।
इसमें उनकी फर्म और अन्य अनुचित के लिए अतिरिक्त समय दिया जाता था, उक्त लोक सेवकों को इसी सुविधा देने के बदले मासिक आधार पर भुगतान दिया जाता था यह भी आरोप है कि निजी कंपनी के उपनिदेशक में अपने भाई को रुपए भेजने का निर्देश दिया था, लगभग 23.5 लाख ईसीआर के विभिन्न अधिकारियों को वितरित किया जाना था।
सीबीआई ने पहले हाजीपुर में जाल बिछाया और सीएफटीएम को 6 लाख की रिश्वत लेते हुए पकड़ा साथ ही रिश्वत देने वाले को भी पकड़ा गया, बाद में 3 आरोपियों अन्य को पकड़ लिया गया, इसके बाद पटना, सोनपुर, हाजीपुर, समस्तीपुर, कोलकाता 16 स्थानों पर तलाशी ली गई और लगभग 46.50 लाख मिले हैं, कोलकाता के एक व्यापारी के एसयूवी कार से ईसीआर के विभिन्न अधिकारियों को दी जाने वाली कथित नकदी वाले छह लिफाफे भी बरामद हुए हैं।