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In Revathith village of Baikunthpur block of Gopalganj district, a woman gave birth to a four-legged child at a primary health center, after which there has been a topic of discussion in the whole area, two legs of the newborn are normal while two legs are in the back. In which the size of one foot is very small.
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बच्चों को देखने वाले लोगों की भीड़ देखते हुए पीएचसी के डॉक्टरों ने उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया है, सदर अस्पताल में भी लोगों की भीड़ उमड़ने लगी, जिसके बाद बच्चे को पीआईसीयू में रखा गया, दरअसल इस बात की जानकारी जैसे ही गांव और आसपास के लोगों को हुई बच्चों को देखने के लिए अस्पताल तक पहुंच गए, सदर अस्पताल में लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी सभी बच्चे को लोग देखना चाहते थे, अस्पताल परिसर में उमड़ी भीड़ को देखते हुए डॉक्टरों ने नवजात को पीआईसीयू वार्ड में भेज दिया है, जहां किसी को नवजात से मिलने की इजाजत नहीं हैं।
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जानकारी के अनुसार प्रसव पीड़ा के बाद बैकुंठपुर प्रखंड के रेवतिथ गांव स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में रवीना खातून को एडमिट कराया गया था, जहां उसने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया, नवजात के चार पैर थे जिसमें दो पैर नॉर्मल जबकि दो पैर में से एक पैर का साइज काफी छोटा है, जैसे ही आसपास के इलाके में यह खबर फैली देखने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी।
नवजात को पीआईसीयू वार्ड में भेजा गया है, जहां किसी को मिलने की इजाजत नहीं है, बच्चे को नवजात शिशु इकाई में रखा गया है वहीं सदर अस्पताल के डॉ सौरभ अग्रवाल ने बताया कि इस तरह का मामला कभी-कभी आता है, यह जेनेटिक या अन्य कारणों से भी होता है।
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