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ग्रामीणों का कहना है कि शिक्षक महिला के साथ फरार हो गया था, जिसकी सूचना तत्कालीन प्रखंड विकास पदाधिकारी और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को दी गई थी लेकिन इसके बाद भी दोषी शिक्षक पर कोई कारवाई नहीं हुई जब शिक्षक पुनः विद्यालय में योगदान देने पहुंचे तो ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा जिसके बाद ग्रामीणों ने कालिख पोत कर जूतों की माला पहना दी।
दरअसल वर्ष 2018 में विद्यालय के शिक्षक मृत्युंजय कुमार गुप्ता को मैट्रिक परीक्षा के वीक्षण कार्य के लिए स्कूल से वितरित किया गया था, इसके बाद वह आज तक विद्यालय में योगदान नहीं दिए, यहां तक उन्होंने अनुपस्थित रहने का विद्यालय के प्रधानाध्यापक को कोई आवेदन नहीं दिया था, उनके परिजनों से भी संपर्क किया गया लेकिन उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली जिसके बाद प्रधानाध्यापक ने शिक्षक के गायब होने की सूचना प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को दे दी।
शनिवार को शिक्षक अचानक ज्वाइन करने के लिए स्कूल पहुंच गए जिसके बाद उन्हें देखकर प्रधानाध्यापक सहित अन्य शिक्षक और ग्रामीण भी अचंभित है, जिसके बाद ग्रामीणों ने विरोध करते हुए उनके चेहरे पर कालिख पोत को जूतों की माला पहना दी, वही ग्रामीणों का कहना है कि उक्त शिक्षक नजराना लेकर योगदान करने की अनुमति प्रखंड विकास पदाधिकारी दी है जिसकी सूचना वरीय पदाधिकारियों को दी जाएगी।