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धमाका इतना तेज था कि आसपास के घरों के शीशे की खिड़कियां भी चटक गई बडुल कुरैशी की सूचना पर मौके पर पुलिस टीम पहुंची, मौके पर पहुंचे सिटी डीएसपी अजय कुमार चौधरी ने कहा कि धमाका हुआ है धमाका बम से हुआ या सिलिंडर से इसकी तकनीकी जांच के लिए फारेंसिक टीम और बम निरोधक दस्ते को बुलाकर जांच कराई जा रही है, जांच कर रही टीम ने प्रारंभिक जांच में विस्फोट को तीव्र बताया है जिसकी क्षमता तंग गली होने के कारण शाक वेब से काफी बढ़ गया होगा ऐसा बम धमाके में होता है हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गयी है।
धमाका इतना तीब्र था कि आसपास के घरों की खिड़कियों के शीशे चटक गए, लोग घरों से बदहवास हालत में जैसे-तैसे निकल कर बाहर बम धमाके का शोर मचाने लगे, भागते समय अंशो कुरैशी की गली में भागते समय कई लोग गिरकर चोटिल हो गए, अधिकांश लोग बम विस्फोट की बात कह रहे है, बबरगंज के हुसैनाबाद, मोगलपुरा, कसाब टाेला, मरकजी टोला आदि अपराधियों की सक्रियता वाला रहा है।
यहां फेकू मियां की जरायम टोली फेकू की मौत बाद से बिखर कर कई गुटों में बंट गई उसके बाद डैनी मियां, टिंकू मियां, इम्तियाज मियां समेत दो दर्जन से अधिक अपराधियों की सक्रियता से होने वाली गुटीय संघर्ष में रह-रहकम बम धमाके से इलाका थर्रा उठता है, लोग दबी जुबान से यह भी बता रहे हैं कि रहमत धमाके में मारे गए बडुल कुरैशी के बेटे मुहम्मद तौसिफ से दूर की रिश्तेदारी के कारण नजदीकी बना रखी थी उसी के सहयोग से किसी बड़ी वारदात के लिए बम रखे जाने की बात लोग कह रहे हैं छिपा कर रखा बम ही विस्फोट कर गया।