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इस संबंध में जानकारी देते हुए एसडीपीओ डा. राकेश कुमार ने बताया कि डायल 112 की टीम को सूचना मिली कि कुछ संदिग्ध व्यक्ति जमुई के सतगामा स्थित श्रीराम अपार्टमेंट में रहकर साइबर फ्राड की घटना को अंजाम दे रहे हैं, इसकी सूचना साइबर थाना को दी गई जिसके बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एसडीपीओ के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया और अपराधियों के ठिकाने पर छापेमारी की गई जिसमें 5 अपराधी को गिरफ्तार कर लिया गया है जिसकी पहचान छत्तीसगढ़ राज्य के दुर्ग जिला अंतर्गत भिलाई शास्त्री चौक निवासी रविशंकर कुमार, आनंद कुमार, सोनू कुमार, हर्ष कुमार तथा बिहार के सिवान जिला के आसार थाना क्षेत्र अंतर्गत सहसराय गांव निवासी संदीप कुमार के रूप में हुई है।
इन सभी के पास से पुलिस ने लिस ने 15 मोबाइल, 3 लैपटाप, 16 चेक बुक एवं बैंक पासबुक, 14 एटीएम कार्ड बरामद किया है तथा विभिन्न खातों में करीब 9 लाख की राशि भी पाई गई है। जिसे पुलिस फ्रीज करवा रही है एसडीपीओ ने बताया कि छानबीन के क्रम में यह सामने आया कि सभी अपराधी माइकल रेड्डी और रेड्डी बुक विड्राल के नाम से आनलाइन गेमिंग में लोगों को फंसाते थे सट्टेबाजी के नाम पर पैसा लगाकर लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे, इस दौरान जीते हुए एक-दो लोगों को पैसा भेज भी दिया जाता था तथा अधिक पैसा होने की स्थिति में हवाला के जरिये पैसों का लेनदेन किया जाता था।
सभी अपराधी माइकल रेड्डी के सहयोगी दुर्ग जिला के भिलाई थाना क्षेत्र अंतर्गत शारवी चौक निवासी अनिल साव के कहने पर घटनाओं को अंजाम दे रहे थे जब इनके मोबाइल अकाउंट में पेमेंट रिसीव हो जाता था तो इन लोगों से कंफर्मेशन लिया जाता था, फिर कस्टमर को उपलब्ध काम वाला नंबर दिया जाता था और इनको प्लेयर आईडी और पासवर्ड उपलब्ध कराया जाता था उसी आईडी से प्लेयर गेम करते थे हारने पर पैसा कंपनी को जाता था और जीतने पर पैसा प्लेयर के अकाउंट में भेज दिया जाता था, पुलिस ने जितने भी बैंक चेक बुक, पासबुक, अकाउंट तथा एटीएम कार्ड जब्त किया है, वह सभी किसी अन्य व्यक्ति का है, जो इन लोगों ने उधार पर लेकर उसका इस्तेमाल ठगी के लिए किया था, पुलिस सभी पहलुओं पर छानबीन कर रही है।