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पंचायत चुनाव के बीच रात को ही पुलिस को सूचना मिली, जिसके बाद सक्रिय पुलिस ने पहाड़ी की तरफ अपहरणकर्ताओं का पीछा किया तो उधर से पुलिस पर फायरिंग की जान लगी, जिसके बचाव में पुलिस ने भी जवाब भी कार्रवाई की, इस दौरान दोनों ओर से कई राउंड गोलियां चली, इसके बावजूद नक्सली डीलर के बेटे को लेकर जंगल में घुस गए, हालांकि इस मुठभेड़ में एक नक्सली के मारे जाने की पुष्टि की जा रही है।
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पुलिस ने उसकी पहचान प्रमोद कोड़ा के रूप में की है, वही शेष भागने में सफल रहे नक्सलियों के द्वारा अपने साथी का शव नहीं ले जाया जा सका, पुलिस के हाथ अत्याधुनिक हथियार भी लगे हैं, मृतक नक्सली की पहचान प्रमोद कोड़ा पीरी बाजार थाना क्षेत्र के ही नक्सल गांव लारैया टांड गांव का रहने वाले के रूप किया गया है, हालांकि सारा पुलिस बल सुबह 7 बजे से पंचायत चुनाव कार्य में लग गए, इसलिए पुलिस की परेशानी बढ़ी हुई है, वही डीलर के बेटे का अपहरण किस वजह से किया गया इसका कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है।
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दरअसल भगतपुर गांव पीरी बाजार थाना के पास ही है, इसलिए वहां देर शाम और रात तक भी चहल पहल रहती है इसके बावजूद नक्सलियों ने घटना को अंजाम दिया, वहां मौजूद लोगों के अनुसार दर्जनों की संख्या में हथियारबंद नक्सली अचानक पहाड़ी की तरफ से आ धमके और सड़क पर मौजूद कुछ लोगों से पहले डीलर भागवत मेहता के घर के बारे में जानकारी ली, इसके बाद सभी के मोबाइल फोन को ले लिया गया, वही आधे नक्सली ने वहां नाकेबंदी की और आधे नक्सल की डीलर के बेटे को कब्जे में लेकर फरार हो गया, इन नक्सलियों में महिला भी थी।
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