Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर प्रखंड मनरेगा कार्यालय में शुक्रवार की शाम जॉब कार्ड बनाने को लेकर पैसे की मांग एवं आवास सहायक के द्वारा पीएम आवास योजना में नाम जोड़ने के लिए 5 हजार रुपए की मांग का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों के द्वारा जमकर हंगामा किया गया हालांकि इस दौरान पदाधिकारियों के द्वारा संबंधित कर्मियों की पहचान कराते हुए पुष्टि कराई गई की क्या पैसा इनके द्वारा मांगा गया है, जहां लोगों के द्वारा उनकी पहचान नहीं की गई है।
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मामले से संबंधित मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की दोपहर बाद डूमरकोन के दीपक यादव एवं अन्य पंचायत के कुछ लोग जॉब कार्ड बनवाने के लिए प्रखंड मनरेगा कार्यालय में पहुंचे थे, जहां किसी के द्वारा जॉब कार्ड बनाने के नाम पर 500 रुपए की मांग की गई जिसके बाद मौके पर मौजूद अन्य जॉब कार्ड बनवाने के लिए पहुंचे लोगों के द्वारा हंगामा किया जाने लगा, उनमें से मौजूद ग्राम मदरा के निवासी प्रतीक कुमार के द्वारा बताया गया कि मनरेगा कार्यालय में एक व्यक्ति के द्वारा जॉब कार्ड बनाने के नंबर 500 रुपए की मांग की गई है, जबकि पीएम आवास सूची में नाम जोड़ने के लिए 5 हजार रुपए की मांग आवास सहायक के द्वारा किया जा रहा है, हंगामा बढ़ने की स्थिति में मौके पर प्रखंड मनरेगा पदाधिकारी जितेंद्र कुमार एवं बीडीओ शुभम प्रकाश मौके पर पहुंचे और आक्रोशित लोगों को शांत कराया गया।
वहीं इस मामले में जानकारी लेने पर प्रखंड मनरेगा पदाधिकारी जितेंद्र कुमार के द्वारा बताया गया डूमरकोन के एक व्यक्ति के द्वारा जॉब कार्ड बनाने के नाम पर 500 रुपए की मांग प्रखंड मनरेगा कार्यालय के किसी व्यक्ति के द्वारा की गई है ऐसा आरोप लगाया गया था, जब संबंधित व्यक्ति को प्रखंड मनरेगा कार्यालय में जॉब कार्ड बनाने वाले दो डाटा ऑपरेटर के पास लेकर पहुंच गया और पहचान कराई गई की क्या इन लोगों के द्वारा पैसे की मांग की गई है तो उनके द्वारा इन्कार किया गया कि नहीं कोई दूसरा व्यक्ति था, दरअसल जॉब कार्ड बनाने के लिए काफी संख्या में लोगों की भीड़ जुटी हुई है, जिसमें काफी संख्या में दलाल भी मौजूद है जो लोगों को बरगलाकर पैसे की मांग कर रहे हैं, प्रखंड मनरेगा कार्यालय के माध्यम से किसी तरह का कोई भी पैसे की मांग नहीं की जा रही है, पूरे मामले की जानकारी जिला के वरीय पदाधिकारी को भी दी गई है।
वहीं इस मामले से संबंधित जानकारी लेने पर चैनपुर बीडीओ शुभम प्रकाश के द्वारा बताया गया की एक व्यक्ति के द्वारा आवास सूची में नाम जोड़ने के लिए पैसे की मांग आवास सहायक द्वारा की जा रही है ऐसा आरोप लगाया गया था संबंधित व्यक्ति को आवास सहायकों के पास ले जाकर पहचान कराया गया है कि क्या इन लोगों के द्वारा पैसे की मांग की गई है तो संबंधित व्यक्ति के द्वारा बताया गया कि इन आवास सहायकों में किसी के द्वारा पैसे की मांग नहीं की गई है, दरअसल आवास सूची में नाम जुड़वाने का झांसा देकर कुछ लोगों के द्वारा लोगों को बरगलाकर पैसा ठगने का कार्य किया जा रहा है जिसकी सूचना जिला के वरीय पदाधिकारी को दी गई है।