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चेकपोस्ट पर तैनात दंडाधिकारी ने छोड़ा 8 ओवरलोडेड बालू का ट्रक, सीसीटीवी कैमरे ने खोला राज, दंडाधिकारी हो सकते हैं सेवा मुक्त

डीसीएलआर राजेश कुमार सिंह

kaimoor: जिले में जहां एक तरफ ओवरलोडिंग रोकने को प्रशासन सख्त है, अभियान चलाकर ओवरलोडेड बालू के ट्रकों को पकड़ा जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ प्रतिरूप दंडाधिकारी की मिलीभगत से ऐसे ट्रक आसानी से चेक पोस्ट पार कराये जा रहे हैं, मोहनिया के डीसीएलआर राजेश कुमार सिंह ने गुप्त सूचना के आधार पर जब जांच की तो मामले का खुलासा हुआ, इसके बाद दंडाधिकारी के सेवामुक्त होने की संभावना बढ़ गई है, उनसे 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण देने की मांग की गई है, इसके बाद उनको सेवा मुक्त करने के लिए सक्षम प्राधिकार को अनुशंसित किया जाएगा।

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शुक्रवार को आयोजित प्रेस वार्ता में डीसीएलआर ने बताया कि 16 फरवरी कि रात और 17 फरवरी के अपराह्न 6 बजे तक चेकपोस्ट नुआंव के कृषि समन्वयक सत्य प्रकाश गौतम को मोहनियां थाना क्षेत्र के अकोढ़ी गांव के समीप समेकित चेकपोस्ट पर दंडाधिकारी के रूप में तैनात किया गया था, इस दौरान वे स्वयं भी 16 फरवरी की रात्रि वहां मौजूद थे, दंडाधिकारी व पुलिस की टीम को स्पष्ट निर्देश दिया गया था कि बालू की किसी भी ओवरलोडेड वाहन को चेक पोस्ट पार होने नहीं देना है, इसमें किसी भी दंडाधिकारी की संलिप्तता नहीं होनी चाहिए।

17 फरवरी की सुबह 5 बजे ने गुप्त सूचना मिली की उक्त दंडाधिकारी व उनकी टीम ने ओवरलोडेड बालू के वाहनों को मिल भगत से चेकपोस्ट पार कराया है, जिसके बाद टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी कैमरे एवं वजन की मशीन की गहनता से जांच की गई, जांच में स्पष्ट हुआ कि दंडाधिकारी व उनकी टीम ने 8 वाहनों को अवैध रूप से चेकपोस्ट पार कराया है। ओवरलोडिंग से संबंधित अस्पष्टता की स्थिति में टोल प्लाजा पर अवस्थित धर्म कांटा पर अलग से वजन कराया जाता है, सीसीटीवी फुटेज से साफ होता है कि प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी और उनकी टीम के द्वारा गाड़ी से संबंधित लोगों से संपर्क कर उसे सुरक्षित जाने दिया गया, सीसीटीवी फुटेज में यह भी स्पष्ट रूप से दिख रहा है कि बालू वाले सभी वाहन ओवरलोडेड थे।

लापरवाही उजागर होने पर उक्त दंडाधिकारी से 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण देने की मांग की गई है, इसके बाद उनको सेवा मुक्त करने के लिए सक्षम प्राधिकार को अनुशंसित किया जाएगा, जिला प्रशासन ने जीटी रोड पर ओवरलोडिंग के मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई हैं, किसी भी कीमत पर बालू की ओवरलोडेड वाहनों को चेकपोस्ट पार करने नहीं दिया जाएगा, 13 फरवरी की रात उनके नेतृत्व में विशेष अभियान चलाकर 50 बालू के ओवरलोडेड वाहनों पकड़ा गया था जो लगातार जारी है इसी का असर है कि अब जीटी रोड पर ओवरलोडेड बालू के एक भी वाहन दिखाई नहीं दे रहे हैं, लापरवाही उजागर होने पर 1 सप्ताह पूर्व ही चेकपोस्ट पर तैनात 6 दंडाधिकारी को एसडीएम के द्वारा हटाया गया था।

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