कैमूर (मोहनिया): बिहार के कैमूर जिले से बड़ी खबर सामने आई है। मोहनिया थाना क्षेत्र के मामादेव गांव के समीप गुरुवार की सुबह एक ट्रक और टेंपो के बीच जबरदस्त टक्कर हो गई। इस हादसे में एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि आठ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
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हादसे के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने मोहनिया-आरा मुख्य मार्ग पर ईंट-पत्थर रखकर सड़क को जाम कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भभुआ सदर अस्पताल भेज दिया।
कैसे हुआ हादसा
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टेंपो में सवार सभी लोग मामादेव गांव के निवासी थे और एक शादी समारोह से लौट रहे थे। बताया जा रहा है कि टेंपो गलत दिशा से जा रही थी, तभी सामने से आ रही एक तेज रफ्तार ट्रक ने उसे जोरदार टक्कर मार दी।
टक्कर इतनी भीषण थी कि टेंपो के परखच्चे उड़ गए। वाहन में कुल नौ लोग सवार थे, जिनमें से एक महिला की मौत घटनास्थल पर ही हो गई।
मृतका और घायलों की पहचान
मृतका की पहचान मामादेव गांव निवासी धीरेन्द्र कुशवाहा की पत्नी 39 वर्षीय देवंता देवी के रूप में हुई है।
वहीं हादसे में घायल हुए लोगों की पहचान इस प्रकार है —
संतोष कुमार (35 वर्ष), सरोज कुमार (35 वर्ष), रीता देवी (35 वर्ष), यमुना देवी (40 वर्ष), निधि कुमारी (16 वर्ष), ऊषा देवी (40 वर्ष), सुगंधा देवी (38 वर्ष), रीना देवी (40 वर्ष)
सभी घायलों को पहले मोहनिया अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर रूप से घायल लोगों को बेहतर इलाज के लिए बनारस (हायर सेंटर) रेफर कर दिया गया।
अधिकारियों का बयान
मोहनिया थाना प्रभारी आलोक कुमार ने बताया कि हादसे में एक महिला की मौत और आठ लोगों के घायल होने की पुष्टि हुई है।
उन्होंने कहा —
> “हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर मुआवजे की मांग की थी। पुलिस द्वारा समझाने-बुझाने के बाद जाम हटाया गया और यातायात सामान्य कर दिया गया है।”
वहीं मोहनिया जिला परिषद सदस्य गीता पासी ने भी मौके पर पहुंचकर घायलों के शीघ्र उपचार और मुआवजे की मांग की।
मोहनिया अनुमंडल अस्पताल के प्रभारी डॉ. मंगल मिश्रा ने बताया —
> “ट्रक और टेंपो की टक्कर में एक महिला की मौत हो गई है। आठ घायलों को प्रारंभिक इलाज के बाद गंभीर हालत के चलते बनारस रेफर कर दिया गया है।”
ग्रामीणों की मांग और प्रशासनिक पहल
घटना के बाद मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की। पुलिस और प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद जाम हटाया गया। प्रशासन ने मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।