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मिट्टी जांच व नींव के लिए जरूरी अन्य कार्य किए जा रहे हैं, निर्माण कंपनी के अनुसार मजबूती के लिए कुल 3102 पिलरों की नींव सौ फीट अंदर होगी, पाइलिंग के लिए ले-आउट का काम 17 जून से शुरू होगा, 20 जून से पिलर के नींव का काम शुरू होगा, इसे 30 नवंबर तक पूरा कर लिया जाएगा, मंदिर निर्माण पर करीब 500 करोड़ खर्च होने का अनुमान है, अकेले नींव पर ही करीब 50 करोड़ की राशि खर्च होने जा रही है।
इसका निर्माण पूरा होने के साथ अगले चरण का काम शुरू होगा, यह मंदिर अयोध्या में बन रहे रामलला के मंदिर से बड़ा होगा, अयोध्या के राम मंदिर की लंबाई-चौड़ाई क्रमश: 360 व 235 फीट है जबकि विराट रामायण मंदिर की लंबाई-चौड़ाई 1080 व 540 फीट होगी, आचार्य किशोर कुणाल के अनुसार 27 फरवरी, 2025 को विराट रामायण मंदिर में ब्लैक ग्रेनाइट की एक शिला से निर्मित 33 फीट ऊंचे शिवलिंग की स्थापना की जाएगी।
देश में तमिलनाडु के तंजाउर में चोल वंश द्वारा निर्मित मंदिर में स्थापित शिवलिंग की ऊंचाई 27 फीट है, वहीं भोपाल के भोजपुर में राजा भोज द्वारा निर्मित मंदिर में स्थापित शिवलिंग की ऊंचाई करीब 20 फीट है, ऐसे में विराट रामायण मंदिर में स्थापित होनेवाले शिवलिंग को अबतक का सबसे ऊंचा शिवलिंग माना जा रहा है।