Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
यह सभी सोन नदी के दियारा क्षेत्र में खेती करने वाले किसानों से रंगदारी वसूलने का काम करते थे। गिरफ्तार नक्सलियों का संबंध कई कुख्यात नक्सलियों से हैं। इनके द्वारा पूर्व के कई कुख्यात नक्सली जैसे कि राजेंद्र सिंह, बीरबल पासवान, एनुल मियां, सीताराम रजवार उर्फ रमन, नितेश यादव आदि से अपने संबंधों की बात स्वीकार की है। इनके द्वारा भाकपा माओवादी संगठन और झारखंड जनमुक्ति मोर्चा परिषद एवं तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति समिति (टीएसपीसी) के सक्रिय सदस्य रहने और संगठन के सदस्य अरविंद राम और संजय राम के साथ अपने संबंधों को स्वीकार किया है। दरसल सभी चितकबरा वर्दी पहनकर हथियार का भय दिखाकर लेवी वसूलते थे। एसपी ने बताया कि इस प्रशंसनीय सफलता के लिए विशेष टीम के सभी पुलिस अधिकारी और बलों को प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जाएगा। गिरफ्तार नक्सली नरेश राम उर्फ नवीन का आपराधिक इतिहास है। इसके खिलाफ झारखंड के पलामू जिला के हुसैनाबाद थाना में नक्सल कांड दर्ज है। अन्य थानों में भी चार मामला दर्ज है। वहीं कृष्णा पाल का भी आपराधिक इतिहास है। इसके खिलाफ मदनपुर थाना में नक्सल कांड दर्ज है।
गिरफ्तार किए गए नक्सली उत्तर कोयल नहर का पक्कीकरण कार्य कर रही त्रिवेणी इंजीकांस कंपनी से लेवी का मांग किया था। नक्सलियों ने भाकपा माओवादी के कोयल सोन सबजोन कमेटी के द्वारा लेटर पैड पर लेवी की मांग किए थे। कार्य को बंद कर देने की धमकी से संबंधित पत्र कंपनी के गार्ड को 7 मार्च की रात्रि में दिए थे। गार्ड सुशील कुमार कार्यस्थल पर कार्य में लगी पोकलेन मशीन की रखवाली कर रहा था तभी 10-12 की संख्या में पुलिस वर्दी में हथियार लिए नक्सली पहुंचे थे और लेवी से संबंधित पत्र थमा दिया था। इस मामले में प्रोजेक्ट मैनेजर कैमूर जिले के बेलांव थाना क्षेत्र के गम्हारिया गांव निवासी अजीत कुमार के द्वारा नबीनगर थाना में 9 मार्च को प्राथमिकी कराई गई थी। नक्सलियों ने अपना मोबाइल नंबर भी लेटर पैड पर लिखा था। कंपनी के द्वारा झारखंड सीमा से नबीनगर के महुआधाम तक नहर का पक्कीकरण कार्य कराया जा रहा है।