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दरअसल उपेंद्र कुशवाहा इन दिनों लगातार बिहार की यात्रा पर हैं अपनी सुरक्षा को लेकर उन्होंने आशंका जताई थी जिसके बाद उनकी सुरक्षा की समीक्षा की गई केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से इसे मंजूर किया गया है और उन्हें वाइफ प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी गई है, विरासत बचाओ बिहार यात्रा में जगह-जगह पर घूम कर बिहार सरकार की खामियों को बता रहे हैं इसी दौरान कुशवाहा की सुरक्षा की समीक्षा के बाद केंद्र सरकार ने उनकी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने का फैसला किया।
इस संबंध में गृह मंत्रालय ने अपने स्तर से आदेश जारी कर दिया है जदयू से लंबी बगावत कर कुशवाहा ने अपनी नई पार्टी रालोजद बनाई, लोकसभा चुनाव 2024 में पहले उपेंद्र कुशवाहा की सुरक्षा बढ़ाए जाने के मायने लगाए जा रहे हैं बिहार की राजनीति की जानकारी रखने वालों का मानना है कि भाजपा उपेंद्र कुशवाहा के सहारे नीतीश कुमार को घेरने की योजना बना रही है।
उपेंद्र कुशवाहा, चिराग पासवान और मुकेश साहनी जिन जातियों से ताल्लुक रखते हैं, वो तीनों मिलाकर 27% वोट हैं इनसे कुल 13 लोकसभा सीट प्रभावित होते हैं उपेंद्र कुशवाहा की कोइरी-कुर्मी जाति लगभग 11 फीसदी है, चिराग पासवान हर चुनाव में 7 से 8% वोट लेकर आते हैं इसके अलावा दलित समाज का वोट बैंक ठीक-ठाक है, मुकेश साहनी का वोट बैंक भी 6-7 फीसदी है अगर तीनों बीजेपी के साथ आते हैं तो काफी हद तक नीतीश कुमार के जाने से हुए नुकसान की भरपाई होगी।