Bihar: वैशाली जिले से एक खबर सामने आ रहा है, जंहा दि वैशाली शहरी विकास कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड में करीब 83 करोड़ के घोटाले मामले में पूर्व मंत्री आलोक मेहता के महुआ स्थित महुआ कोऑपरेटिव कोल्ड स्टोर एवं हाजीपुर यादव चौक स्थित कोऑपरेटिव बैंक में ईडी के द्वारा छापेमारी की गई है। जानकारी के अनुसार शुक्रवार की सुबह ईडी के द्वारा हाजीपुर एवं महुआ में बैंक घोटाले मामले में छापेमारी की गई है। वही छापेमारी के दौरान अधिकारियों के अलावा भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहे।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार बैंक घोटाले मामले में यह छापेमारी की गई है। पूर्व में बैंक में धोखाधड़ी एवं जालसाजी कर 83.50 करोड रुपए के गवन के मामले में नगर थाने में बैंक के महाप्रबंधक लेखा सह सूचना प्रौद्योगिकी के पद पर कार्यरत शहनाज आलम ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इस मामले में बैंक के निलंबित मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के वसतौरा निवासी विपिन तिवारी, निलंबित अध्यक्ष वैशाली जिले के औद्योगिक थाना क्षेत्र के चक धनौती निवासी संजीव कुमार, निलंबित प्रबंधक पटना जिले के बाग कालू खान सदर गली निवासी सैयद शहनाज वजी।
औद्योगिक क्षेत्र हाजीपुर के लिच्छवी फूड्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड शीत भंडारण के प्रबंधक वीरेंद्र कुमार, महुआ मुकुंदपुर स्थित महुआ को-आपरेटिव कोल्ड स्टोरेज लिमिटेड के प्रबंधक राजीव नयन सिंह समेत 11 लोगों को आरोपित किया गया है। इन लोगों के विरुद्ध 383 ऋण खातों से कुल 79.02 करोड़ तथा 4.48 करोड़ रुपये नगदी का गबन प्रतिभूति, जाली शीत भंडारण रसीद, जाली जीवन बीमा पालिसी आदि को आधार बनाकर आरोपित अधिकारियों के निर्देश पर ऋण वितरण के माध्यम से बैंक राशि गबन कराए जाने का आरोप लगाया गया है।
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