Four-member team of Hamirpur Vigilance again reached Magadh University, investigation found 17 degrees fake
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स्कूल प्रिंसिपल की तो बीएससी एमएससी और बीएड तीनों डिग्रीयां फर्जी बताई जा रही है, 17 में से 12 से 15 लोग ऐसे हैं जो विभिन्न स्कूलों में सरकारी टीचर है जबकि कुछ अन्य पोस्टों पर हैं, ऐसे में इस मामले में विजिलेंस बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है।
विजिलेंस थाना हमीरपुर के डीएसपी लालमन शर्मा ने बताया की फर्जी डिग्रीयों की जांच के लिए चार सदस्य टीम बिहार के मगध यूनिवर्सिटी भेजी गई थी टीम वापस आ चुकी है, वही संभावना जताई जा रही है की विजिलेंस में फर्जी डिग्रीयों के सहारे नौकरियां हासिल करने वाले उन सभी सरकारी कर्मचारियों की बर्खास्तगी होगी।
इससे पूर्व भी मार्च 2018 में भी विजिलेंस टीम बिहार की मगध यूनिवर्सिटी में फर्जी डिग्रीयों की जांच कर चुकी है उस दौरान संबंधित डिग्री धारकों का कोई रिकॉर्ड विश्वविद्यालय में नहीं मिला था लेकिन फिर भी कोई कारवाई नहीं हुई थी, इस मामले में शिक्षा विभाग दोषी अध्यापकों पर कारवाई करने से पूर्व विजिलेंस का इंतजार लंबे समय से करता आ रहा है।
इस मामले की शिकायत राज्य सतकर्ता एवं भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो शिमला में की गई इसके बाद हमीरपुर से विजिलेंस टीम मार्च 2018 में मगध यूनिवर्सिटी पहुंची थी, जहां उन्हें संबंधित अध्यापकों से डिग्री से जुड़ी रिकॉर्ड्स नहीं मिले थे, लेकिन अब दोबारा जाँच होने और रिपोर्ट शिमला कार्यालय में जमा होने के बाद फर्जी डिग्री धारक सरकारी कर्मचारियों पर सख्त करवाई होनी तय है।