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जानकारी के अनुसार रविवार की सुबह करीब 9 बजे गांव के ही कैलू पासवान के शौचालय का सेप्टिक टैंक बन रहा था टैंक में प्रवेश करने के लिए थोड़ी सी जगह छोड़ी गई थी जिससे एक बार में एक ही आदमी प्रवेश कर सकता था उसी रास्ते से बारी-बारी से पांचों मजदूर टैंक के अंदर प्रवेश कर गया है और थोड़ी देर बाद दम घुटने से सभी बेहोश होने लगे मजदूरों के बेहोश होने से अफरा-तफरी मच गई जेसीबी बुलाया गया और सभी मजदूरों को किसी तरह बाहर निकाला गया, सभी मजदूरों को निकालने ही तीन मजदूरों को तत्काल डीएमसीएच ले जाया गया जहां इलाज के दौरान चिकित्सकों ने मदन पासवान, संजय पासवान और सुबोध साहू को मृत घोषित कर दिया, वही दो की हालत नाजुक बताई जा रही है।
घटना के बाद पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है मृतक के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है, एक साथ तीन परिवार के चिराग बुझने से कई घरों में रविवार को चूल्हा नहीं जला, वहीं इस घटना की जानकारी मिलते ही बीडीओ मनोज कुमार, सीओ श्रीकांत सिन्हा, पतौना ओपी अध्यक्ष प्रह्लाद शर्मा एवं एएसआइ राजेश शर्मा घटनास्थल पहुंचे और लोगों से इस संबंध में जानकारी ली इस दौरान सीओ ने कहा कि आपदा प्रबंधन की ओर से मिलने वाली सुविधाएं पीड़ित परिवार को उपलब्ध कराई जाएंगी, श्रम अधीक्षक अश्विनी कुमार ने बताया कि असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिए बिहार शताब्दी योजना है आवेदन के पश्चात इसके तहत एक एक लाख मृतक के स्वजन को दिए जाते हैं।