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राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने कहा की नीतीश जी गांधी जी का बहुत नाम लेते हैं। गांधी जी जिन सात कामों को पाप मानते थे वे अक्सर उनको अपनी सभाओं में सुनाया करते थे। यहां तक कि उन सात पापों की सूची को बड़े-बड़े बोर्ड पर लिखवा कर उन्होंने बिहार भर में उनको टंगवाया है। ताकि लोग उनसे प्रेरणा ले सकें और उन पापों से बच सकें। उन सात पापों में गांधी जी के मुताबिक़ पहला पाप ‘सिद्धांत विहीन’ राजनीति है।
नीतीश जी क्या निर्णय लेने जा रहे हैं यह तो मुझे नहीं पता है, मेरी उनसे अबतक बात नहीं हुई है, लेकिन मुझे यक़ीन है कि कोई निर्णय लेने के पहले गांधी को जरूर याद रखेंगे। मैं उनको किशन पटनायक और अशोक सेकसरिया जी का भी स्मरण कराना चाहूंगा। उन लोगों को नीतीश से कितनी उम्मीदें थीं। मुझे उम्मीद है कि नीतीश जी गांधी जी के सिद्धांत विहीन राजनीति, का पहला पापी नहीं बनना चाहेंगे। बता दे कि इससे पहले राजद के इस वरिष्ठ नेता ने आरोप लगाया था कि नीतीश कुमार की मंशा क्या है यह उन्हें पता नहीं लेकिन यह सच्चाई है कि मैं उनसे फोन पर मिलने के लिए समय मांगा था पर उन्होंने अपनी अति व्यस्तता बताते हुए मिलने से इनकार कर दिया था। शिवानंद यह भी कहते हैं की भाजपा में वहां के प्रत्येक नेता से लेकर चपरासी तक ने कह दिया है कि नीतीश कुमार के लिए भाजपा के दरवाजे बंद हो चुके हैं। ऐसी स्थिति में नीतीश क्या करना चाहते हैं यह तो बेहतर वही बताएं।